जब यशस्वी जैसवाल ने 173* बना कर भारत को 318/2 पर ले गये, तब भारत क्रिकेट टीम ने 10 अक्टूबर, 2025 को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दूसरा टेस्टदिल्ली के मैदान पर 9:30 एएम IST पर पहला सत्र शुरू किया। यह टक्कर भारत‑वेस्टइंडीज़ 2025 श्रृंखला का निर्णायक पड़ाव था, जहाँ दोनों टीमों की वर्तमान फ़ॉर्म और पिच की विशेषताओं से जीत‑हार तय होगी। मैच का टॉस 9:00 एएम पर हुआ और टेलीविज़न पर स्टार स्पोर्ट्स तथा जियोस्टार ऐप पर लाइव प्रसारित हो रहा है।
टिप्पणि
Deepanshu Aggarwal
दोस्तों, अगर आप लाइव देखना चाहते हैं तो स्टार स्पोर्ट्स और जियोस्टार ऐप पर मैच ट्रांसमिशन होगा 😊. दिल्ली में अरुण जेटली स्टेडियम में टॉस पहले ही हो चुका है, अब भारत‑वेस्टइंडीज़ का दूसरा टेस्ट शुरू होने वाला है। हर कोई इस पिच की स्पिन‑फ्रेंडली नेचर पर चर्चा कर रहा है, तो अपने प्लेटफ़ॉर्म सेट कर लेना और ज़्यादा देर न करना। शुभकामनाएँ टीम इंडिया को! 🚀
akshay sharma
अरे यार, यह दूसरा टेस्ट तो बिल्कुल भी नहीं, बस एक भौतिकी प्रयोग है जहाँ भारत का बॉलिंग गैंट्री पैनिक मोड में है! पिच को देखते ही वेस्टइंडीज़ को पहले ही डोज़ देना चाहिए था, लेकिन टॉस फॉल्स की तरह बेइज़ाक़ी से ली गई, अब देखना है कैसे रौड्रिश ड्रामा चलाता है। पूरी टॉस को उल्टा बोलते‑बोलते मैं थक गया हूँ, क्या यह सब झूठी योजना नहीं?
Anand mishra
यह वाकई में एक रोमांचक मैच है जहाँ दोनों टीमों का इतिहास, संस्कृति और खेल शैली आपस में घुलते‑मिलते हैं। भारत के क्रिकेट प्रेमी अक्सर इस पिच को "ध्वजा" मानते हैं, क्योंकि यहाँ तेज़ बॉल का असर कम होता है और स्पिनर को मौके बहुत मिलते हैं। वहीं वेस्टइंडीज़ का बैटिंग लाइन‑अप भी बहुत ही विविधता वाला है, जिसमें तेज़ी और धीरज दोनों की आवश्यकता है। इस टेस्ट में कई बार हमें देखने को मिल सकता है कि कैसे आयरनमन‑वॉशिंगटन पिच पर रिवर्स स्विंग और टाइम‑सर्विंग की कला को अपनाया जाता है, जिससे दर्शकों का उत्साह दोगुना हो जाता है। भारत की पिच की विशिष्टता को समझना और उसका सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यहाँ की मिट्टी सीधे खिलाड़ी की आत्मा में घुल जाती है। इस प्रकार का क्रिकेट हम सभी को एक साथ जोड़ता है, जैसे दिल्ली की भीड़ में बजती रागिनियों की ध्वनि।
Prakhar Ojha
ये टेस्ट सुनो, बॉलिंग वाली लाइन‑अप को क्या पता कि पिच पर स्पिन का राजा कौन होगा! अगर वेस्टइंडीज़ ने सही प्लान न बनाया तो उनका बॉलिंग एरिया पूरी तरह जल जाएगा। पिच की दहलीज पर धूल उड़ती रहेगी, और हमारे गेंदबाज़ों की रेंज भी नज़र नहीं आएगी। वैसी ही बात है जैसे सड़क पर कुत्ते बिना टिकट के रास्ता चुनते हैं, बस यही असहजता है। अभी से फोकस रखो, वरना फिर पछताना पड़ेगा।
Pawan Suryawanshi
यार, इस टेस्ट का माहौल तो जैसे किसी फ़िल्म का क्लाइमेक्स हो 🎬। अरुण जेटली की पिच पर स्पिनर का जादू और तेज़ बॉल का इफ़ेक्ट दोनों ही एक‑दूसरे के साथ मिलकर एक नई कहानी लिख रहे हैं। जब यशस्वी जैसवाल ने 173* बनाया था, तो पूरा स्टेडियम ताली बजाने से नहीं रुका। अब वेस्टइंडीज़ को भी वही घातक घूँट पीना पड़ेगा। 🎉
देखो, यहाँ का मौसम भी थोड़ा ठंडा है, जो बॉलर की ग्रिप को और असरदार बनाता है। और हमारे फैन बेस में जज़्बा है, जो हर शॉट को जैसे लाइफ‑माइंडेड एक्ट बनाता है। तो बस, चाय‑पानी लेके बैठो और इस महाकाव्य को फुल‑एन्जॉय करो। 🙌