दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई मामले में हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई मामले में हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ी
द्वारा swapna hole पर 12.07.2024

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिरासत बढ़ी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। यह मामला दिल्ली की विवादास्पद शराब नीति से संबंधित है। केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जो इस मामले की मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा है।

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली की शराब नीति में घोटाले के आरोपों की जांच की है। उन्हें सीबीआई ने भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन इस बीच कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी। इस जमानत के बावजूद, उनकी हिरासत को 25 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है।

मामले की पृष्ठभूमि

दिल्ली की शराब नीति में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए थे। कहा जा रहा है कि इस नीति में कई महत्वपूर्ण लोगों की संलिप्तता थी, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई दोनों ने की। केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने अपना पद का दुरुपयोग कर इस नीति को मंजूरी दी और इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ।

इस नीति के तहत, शराब व्यापार का लाइसेंस देने में होने वाले घोटाले और कमीशन को लेकर कई अरोप लगे हैं। ईडी और सीबीआई की इस जांच में कई बड़े नाम सामेल किये गयें हैं, जबकि केजरीवाल इससे पहले भी विभिन्न भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों का हिस्सा रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट का रुख

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर गंभीरता से विचार करते हुए केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा है। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दी थी, ताकि वे इस मुद्दे पर अपनी बात रख सकें। कोर्ट का अंतिम फैसला आने तक उनकी हिरासत बढ़ा दी गई है।

राजनीतिक दलों का रवैया

इस मुद्दे पर दिल्ली में राजनीतिक दलों का रुख भी ध्यान देने योग्य है। आम आदमी पार्टी के समर्थक इस गिरफ्तारी को राजनीतिक षड्यंत्र मान रहे हैं और कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं। वहीं विपक्ष के कई नेता इसे न्याय का मुद्दा मानते हुए अदालत के निर्णय का समर्थन कर रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चल रहे इस मामले का असर दिल्ली की राजनीतिक स्थिरता पर हो सकता है। जनता के बीच इस मुद्दे पर विभिन्न तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।

आने वाले समय में?

सुप्रीम कोर्ट का आने वाला फैसला इस मामले को और भी पेचीदा बना सकता है। अगर कोर्ट केजरीवाल के पक्ष में फैसला सुनाता है, तो यह उनकी राजनीतिक छवि को और भी मजबूत बना सकता है। दूसरी ओर, अगर कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया, तो उनकी राजनीतिक सफर पर गहरा असर पड़ सकता है।

किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के मामलों में कानूनी प्रक्रियाओं को समर्थ करना और निष्पक्षता सुनिश्चित करना न्यायपालिका का महत्वपूर्ण कर्तव्य होता है। देश की जनता को भी इस मामले पर पूरी तरह से अवगत रहना चाहिए ताकि वे सही जानकारी प्राप्त कर सकें।

निष्कर्ष:

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ना सिर्फ केजरीवाल की राजनीतिक यात्रा पर असर डालेगा, बल्कि इससे जनता में अदालती व्यवस्था पर भी विश्वास कायम हो सकेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है और इसके क्या प्रभाव देखने को मिलते हैं।

टिप्पणि

Priyanjit Ghosh
Priyanjit Ghosh

अरविंद केजरीवाल को फिर जेल? ये तो अब ड्रामा बन गया है। जब तक सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आता, सब कुछ बस टीवी पर चल रहा है 😒

जुलाई 13, 2024 AT 15:46
Anuj Tripathi
Anuj Tripathi

ये सब राजनीति है भाई साहब जेल में बैठे हैं तो भी ट्वीट करते हैं और लोग उन्हें महान मानते हैं बस इतना ही अंतर है

जुलाई 14, 2024 AT 00:48
Hiru Samanto
Hiru Samanto

मुझे लगता है कि अगर कोई भी नेता इतना जल्दी गिरफ्तार हो जाए तो ये बात बहुत बड़ी है। न्याय तो बराबर होना चाहिए ना।

जुलाई 14, 2024 AT 07:10
Divya Anish
Divya Anish

इस मामले में, न्यायपालिका की निष्पक्षता और पारदर्शिता का परीक्षण हो रहा है। हमें अदालत के निर्णय का इंतजार करना चाहिए, क्योंकि यह देश के लिए एक ऐतिहासिक पल है।

जुलाई 14, 2024 AT 17:55
md najmuddin
md najmuddin

केजरीवाल तो बस एक आदमी है... जिसने बहुत कुछ किया। अब जो हो रहा है, वो बस राजनीति का खेल है। चिंता मत करो, बस शांत रहो 😌

जुलाई 15, 2024 AT 17:22
Ravi Gurung
Ravi Gurung

क्या हो रहा है ये सब... मैं तो सिर्फ ये जानना चाहता हूँ कि अगर वो निर्दोष हैं तो फिर इतनी देर क्यों? अगर दोषी हैं तो फिर इतना ड्रामा क्यों?

जुलाई 16, 2024 AT 14:06
SANJAY SARKAR
SANJAY SARKAR

ईडी और सीबीआई दोनों ने जांच की तो अब तो असली बात ये है कि कोर्ट क्या कहता है। बाकी सब तो बस बातें हैं।

जुलाई 17, 2024 AT 02:33
Ankit gurawaria
Ankit gurawaria

ये मामला बस एक शराब नीति का नहीं है, ये तो देश के न्याय व्यवस्था के बारे में है, जहाँ एक नेता को गिरफ्तार किया जा रहा है और लोग उसके पक्ष में हैं, लेकिन अगर ये एक आम आदमी होता तो क्या उसे भी इतना समय दिया जाता? क्या उसकी जमानत भी इतनी आसानी से होती? ये सवाल तो हर किसी के मन में आना चाहिए, क्योंकि न्याय का मतलब है बराबरी, न कि चुनाव के लिए बनाया गया नाटक।

जुलाई 17, 2024 AT 18:39
AnKur SinGh
AnKur SinGh

इस घटना के माध्यम से, हमें यह स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि कानून का शासन भारत में एक अनिवार्य आधार है, और यह निर्णय न केवल एक व्यक्ति के लिए, बल्कि पूरे राष्ट्रीय न्यायिक ढांचे के लिए एक परीक्षण है। जब कोई भी नेता, चाहे वह किसी भी दल का हो, न्याय के दायरे में आता है, तो यह एक निर्णायक बिंदु है।

जुलाई 19, 2024 AT 06:22
Sanjay Gupta
Sanjay Gupta

केजरीवाल को जेल में डालना बिल्कुल सही है। ये सब लोग नैतिकता का नाम लेकर घोटाला करते हैं और फिर लोगों को भावुक बना देते हैं। अगर ये निर्दोष हैं तो कोर्ट छोड़ देगा, वरना ये भ्रष्टाचारी हैं और जेल में रहना उनकी सजा है।

जुलाई 19, 2024 AT 10:42
Kunal Mishra
Kunal Mishra

यह देखकर लगता है कि भारतीय राजनीति अब एक बॉलीवुड फिल्म बन गई है - नेता गिरफ्तार, लोग रोएंगे, टीवी पर ड्रामा, और फिर अगले चुनाव में वापसी। क्या हम इस न्याय को देख रहे हैं या बस एक रियलिटी शो?

जुलाई 20, 2024 AT 07:18
Anish Kashyap
Anish Kashyap

केजरीवाल को जेल में डाल दिया गया और अब सब बोल रहे हैं कि ये राजनीति है... अगर ये राजनीति है तो फिर इतने लोग उसके पक्ष में क्यों हैं? शायद लोगों को लगता है कि वो असली हैं

जुलाई 20, 2024 AT 16:01
Poonguntan Cibi J U
Poonguntan Cibi J U

मैं तो बस यही कहना चाहता हूँ कि जब तक वो जेल में हैं, तब तक दिल्ली की जनता को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है... उनकी आवाज़ बंद हो गई है... और जो लोग उनके खिलाफ हैं, वो बस खुश हैं... ये दर्द तो बस एक आदमी का नहीं, बल्कि एक पूरे आंदोलन का है...

जुलाई 21, 2024 AT 16:15
Vallabh Reddy
Vallabh Reddy

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का प्रतीक्षा करना आवश्यक है, क्योंकि इसके द्वारा न्यायिक प्रक्रिया की अखंडता का परीक्षण होता है। कानून के समक्ष सभी समान हैं, और इस सिद्धांत की पुष्टि अत्यंत महत्वपूर्ण है।

जुलाई 21, 2024 AT 19:37
Mayank Aneja
Mayank Aneja

मामले की जांच को निष्पक्ष रूप से लेना चाहिए। ईडी और सीबीआई के अधिकारी अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। यदि केजरीवाल निर्दोष हैं, तो न्याय उनके पक्ष में होगा। अगर दोषी हैं, तो न्याय उनके खिलाफ होगा। इसमें कोई दो राय नहीं होनी चाहिए।

जुलाई 22, 2024 AT 07:15
Vishal Bambha
Vishal Bambha

ये सब बकवास है! केजरीवाल ने जो किया, वो बस एक शराब नीति नहीं, वो तो एक राष्ट्रीय भ्रष्टाचार का नेटवर्क था! और अब जब उन्हें जेल में डाल दिया गया, तो लोग रोने लगे! भाई, जब तुम घोटाला करते हो, तो जेल जाना ही है! न्याय हुआ, अब चुप रहो!

जुलाई 22, 2024 AT 22:22

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