दिल्ली यूनिवर्सिटी ने CSAS UG पोर्टल 2025 लॉन्च किया, अब सिर्फ CUET स्कोर से मिलेगा एडमिशन

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने CSAS UG पोर्टल 2025 लॉन्च किया, अब सिर्फ CUET स्कोर से मिलेगा एडमिशन
द्वारा नेहा शर्मा पर 16.07.2025

CUET स्कोर से पूरी तरह बदल गई दिल्ली यूनिवर्सिटी की एडमिशन प्रक्रिया

दिल्ली यूनिवर्सिटी का नाम सुनते ही देशभर के लाखों छात्रों की नजरें इसकी प्रवेश प्रक्रिया पर रहती हैं। इस बार यूनिवर्सिटी ने एक बड़ा बदलाव किया है। अब किसी भी कोर्स में दाखिला CSAS UG पोर्टल के जरिए ही मिलेगा और सबसे अहम बात, बिना CUET स्कोर के एडमिशन का कोई चांस नहीं है।

CSAS UG पोर्टल 2025 को 17 जून को लॉन्च किया गया, और इसके साथ ही पारंपरिक मेरिट-बेस्ड सिस्टम को अलविदा कहा गया। अब पूरी एडमिशन प्रक्रिया तीन फेज़ में बांटी गई है, जो हर साल के मुकाबले काफी अलग और तकनीकी हो गई है।

फेज़-1 की शुरुआत CSAS पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से होती है। छात्रों को जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं और फीस भी ऑनलाइन जमा करनी पड़ती है। रजिस्ट्रेशन विंडो 17 जून से 6 जुलाई तक खुली रही, और जिन छात्रों से कोई गलती हो गई थी, उनके लिए 6 जुलाई से 11 जुलाई तक करेक्शन विंडो भी दी गई थी।

फेज़-2 में असली चुनौती आती है: कॉलेज और कोर्स की प्रेफरेंस देना। चाहें तो हर प्रोग्राम की प्राथमिकता चुन सकते हैं। विंडो 14 जुलाई तक रही और जो छात्र समय पर विकल्प नहीं भर पाए, उनके प्रेफरेंस अपने आप लॉक हो गए।

  • 15 जुलाई को सिम्युलेटेड रैंक जारी हुई, जिससे छात्रों को एक आइडिया मिल गया कि उनकी चयन संभावना क्या बनती है।
  • इसके बाद एक दिन के लिए और मौका मिला कि जो चाहिए, उसमें कुछ फेरबदल कर लें।

अब आती है सबसे अहम बात- सीट अलॉटमेंट। पहली लिस्ट 19 जुलाई को आई, और बुक की गई सीट को एक्सेप्ट करने की डेडलाइन थी 21 जुलाई तक। दूसरी लिस्ट 28 जुलाई को निकली, साथ में फीस जमा करने का आखिरी दिन 1 अगस्त था। यानी, एक सेकंड की देरी भी आपको अगले साल का इंतजार करा सकती थी।

कौन कर सकता है आवेदन और क्या है जरूरी

इस बार पात्रता को लेकर भी बड़ी सख्ती की गई। सिर्फ वही छात्र आवेदन कर सकते हैं जिनके पास वैध CUET स्कोर है और जिन्होंने 12वीं में वही विषय लिए हैं, जो CUET के लिए मांगे गए हैं। अगर कोई भी डॉक्यूमेंट या फीस फेज़-1 में छूट गई, तो अगला फेज़ पूरी तरह छूट जाएगा।

दिल्ली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट ugadmission.uod.ac.in पर लॉगइन करते ही सबसे पहले CSAS फार्म भरना होता है। डॉक्यूमेंट सबमिट करना और फीस देना कभी न भूलें। पेमेंट फेल होने या डॉक्यूमेंट क्लियर न होने पर पूरा प्रोसेस रुक जाता है।

यूनिवर्सिटी बार-बार इस बात पर जोर दे रही है कि डेडलाइन्स को हल्के में न लें। इस बार लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं बाकी। जो भी छात्र वक्त पर एडमिशन प्रोसेस कंप्लीट नहीं करता, उसकी सीटें तुरंत अगले राउंड में चली जाएंगी।

अब सारा एडमिशन सिर्फ और सिर्फ CUET स्कोर के आधार पर होगा। चाहे आप दिल्ली के हों या देश के किसी भी राज्य से, सारे बोर्ड के छात्र सिर्फ तभी पात्र हैं, जब उनका 12वीं बोर्ड AIU से मान्यता प्राप्त हो और CUET में वही विषय चुनें हों, जो अपने कोर्स के लिए जरूरी हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी का नया सिस्टम तकनीक के इस्तेमाल से ज्यादा सामान्य, पारदर्शी लेकिन सख्त भी हो गया है। सही जानकारी और डॉक्यूमेंटेशन के बिना अब DU में दाखिला सपना ही रह जाएगा।