दीप्ति शर्मा, ऑफ़-राउंडर और भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ICC महिला T20I बॉलिंग रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल कर इतिहास रचा है। यह नया रैंकिंग 732 अंक के साथ आया, जिससे वह बस आठ अंक की दूरी पर पाकिस्तान की सादिया इक्कबाल से पीछे है, जो वर्तमान में शीर्ष पर है। 27‑वर्षीय स्पिनर का यह उन्नति 6‑साल के टॉप‑10 में लगातार रहने के बाद पहली बार शीर्ष दो में प्रवेश है।
रैंकिंग में दीप्ति की नई ऊँचाई
ICC की नवीनतम रैंकिंग अपडेट में, दीप्ति ने ऑस्ट्रेलिया की ऐन्नाबेल सथरलैंड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने कुछ दिनों के लिए शीर्ष स्थान पर रहा था। अब देपटि और सादिया इक्कबाल दोनों 732 अंक लेकर साझा दूसरे स्थान पर हैं, जबकि सथरलैंड 736 अंक पर नीचे गिर गईं। यह बदलाव इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टूर में दीप्ति के शानदार प्रदर्शन से प्रेरित है।
पिछला सफर और आँकड़े
दीप्ति का जन्म 24 अगस्त 1997 को हुआ था और वह अपनी बाएँ हाथ की बल्लेबाज़ी और ऑफ‑ब्रेक बॉलिंग के लिए जानी जाती हैं। पिछले छह वर्षों में वह लगातार टॉप‑10 बॉलर्स में रही हैं, लेकिन कभी शीर्ष स्थान नहीं ले पाई। अब तक उन्होंने T20I में 1,100 रन 23.40 औसत से बनाए हैं और 147 विकेट 18.99 औसत पर लिये हैं।
इंग्लैंड दौरा और प्रदर्शन
भारत की महिला टीम ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ पाँच T20I और तीन ODI खेले। इंग्लैंड में हुए इस टूर में भारत ने T20I सीरीज 3‑2 से जीती, जबकि ODI में 2‑1 से पीछे रही। दीप्ति ने इस सीरीज में नौ विकेट 16.55 औसत से लिये, जिससे उनका रैंकिंग में उछाल आया। साथ ही, उप‑कैप्टन स्मृति मंदाना ने 221 रन 44.20 औसत से पाए, जबकि कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 645 अंक के साथ ODI बैटिंग रैंकिंग में 10 स्थान ऊपर चढ़ाव किया।
खिलाड़ियों व विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएँ
दीप्ति की इस उपलब्धि पर समीक्षक और सहखिलाड़ी उत्साहित हैं। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने कहा, “दीप्ति की लगातार मेहनत और मैच में दबाव संभालने की क्षमता ने इस रैंकिंग को संभव बनाया है।” विदेश में स्थित इकॉनमी‑स्पोर्ट्स एनालिस्ट रवि शुक्ला ने जोड़ा, “अगर वह अपनी फीडर स्ट्राइक को और तेज़ करती रहें, तो अगले महीने पहले स्थान पर पहुंचना आसान हो सकता है।” सादिया इक्कबाल ने सोशल मीडिया पर कहा, “दीप्ति को बधाई, हम दोनों को आगे भी प्रतिस्पर्धा का मज़ा लेने दें।”
भविष्य की संभावनाएँ
आने वाले साल में महिला क्रिकेट में कई बड़े टूर्नामेंट तय हैं, जैसे जब 2026 में ICC महिला विश्व कप और 2027 में T20 विश्व कप होंगे। दीप्ति का लक्ष्य न केवल रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करना है, बल्कि भारत को विश्व कप में जीत दिलाना भी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वह अपने फील्डिंग और बॉल कंट्रोल को अभी के जैसा ही बनाए रखे, तो वह जल्दी ही शीर्ष स्थान पर पहुँच सकती हैं।
- दीप्ति शर्मा – 732 अंक, दूसरा स्थान
- सादिया इक्कबाल – 740 अंक, पहला स्थान
- ऐन्नाबेल सथरलैंड – 736 अंक, तीसरा स्थान
- इंग्लैंड दौरे में 9 विकेट, औसत 16.55
- टी20I में कुल 147 विकेट, औसत 18.99
Frequently Asked Questions
दीप्ति की नई रैंकिंग का भारत की टीम पर क्या असर पड़ेगा?
रैंकिंग में उछाल से टीम की मनोबल में बढ़ोतरी होगी। जब बॉलिंग में विश्वसनीय खिलाड़ी पहला या दूसरा स्थान रखती है, तो मैच में रणनीति बनाते समय कप्तान अधिक विकल्प रखेगा, जिससे जीत की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
सादिया इक्कबाल और दीप्ति के बीच अंतर कितना बड़ा है?
सादिया इक्कबाल के पास 740 अंक हैं, जबकि दीप्ति के पास 732 अंक—केवल 8 अंक का अंतर। यह अंतर छोटी सी फार्म पर बड़ी बैटल का संकेत देता है, जहाँ अगले मैच में अंक बदल सकते हैं।
क्या दीप्ति को आगे की अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में प्रमुख भूमिका मिलेगी?
हँ, उनके लगातार प्रदर्शन और रैंकिंग में उन्नति को देखते हुए, कोचिंग स्टाफ उन्हें प्रमुख स्पिनर की भूमिका देगा, खासकर बड़े टूर और विश्व कप में।
भारत की महिला टीम की अगली बड़ी चुनौती क्या होगी?
आगामी 2026 ICC महिला विश्व कप सबसे बड़ी चुनौती होगी। यहाँ दीप्ति जैसे खिलाड़ी की फॉर्मटीटी में बॉलिंग क्षमता जीत के लिए निर्णायक कारक बन सकती है।
दीप्ति को इस उच्च रैंकिंग के लिए कौन से विशेष प्रशिक्षण मिल रहा है?
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उनके लिए व्यक्तिगत विश्लेषण, शॉर्ट-कोन फील्डिंग और स्पिन बॉल की विविधता पर केंद्रित विशेष सत्र शुरू किए हैं, जिससे उनका कंट्रोल और डिप्थ दोनों सुधर रहा है।
टिप्पणि
Mansi Bansal
दीप्ति की इस उपलब्धि ने नयी प्रेरणा दी है, खासकर उन युवा खिलाड़ियों के लिए जो अभी अपने रास्ते की तलाश में हैं। हमें इस बात को समझना चाहिए कि लगातार मेहनत और धैर्य ही असली सफलता की कुंजी है। खेल में आत्मविश्वास बनाये रखना ज़रूरी है, ताकि जब मौका मिले तो हम अपने बेहतर प्रदर्शन दे पायें।
ध्यान रखें, रैंकिंग सिर्फ अंक नहीं, बल्कि निरंतर सुधार का एक माप है।
Simardeep Singh
भाई, जीत के पीछे दिल की धड़कन ही असली जज्बा होती है, और दीप्ति ने इसे बॉलिंग में दिखाया है।
subhashree mohapatra
आंकड़े देखते ही पता चलता है कि खेल में सिर्फ पॉइंट्स नहीं, बल्कि विकेट की क्वालिटी भी मायने रखती है; दीप्ति के 9 विकेट 16.55 औसत से टीम को बहुत ही फाइंडिंग इनसाइट मिलती है।
Raj Bajoria
बिलकुल, आंकड़े बोलते हैं, और उनकी लगातार टॉप‑10 में रहने की स्ट्रैटेजी ही उन्हें आगे ले जा रही है।
KABIR SETHI
शाबाश दीप्ति, आगे भी ऐसे ही चमकते रहो!
rudal rajbhar
ऐसी प्रदर्शन का मतलब है कि अब से दीप्ति को ही नहीं, बल्कि पूरी टीम को उनका बैकअप देना पड़ेगा, नहीं तो प्रतिस्पर्धा बहुत तीव्र होगी।
tanay bole
इंग्लैंड टूर ने दिखाया कि भारतीय बॉलर्स कितनी कंडीशन में हैं, और दीप्ति का स्पिन आज के स्वरूप में बहुत प्रभावी रहा है।
Mayank Mishra
हमें इस मोमेंट को सेलिब्रेट करना चाहिए, लेकिन साथ ही कोचिंग स्टाफ को चाहिए कि वो दीप्ति की बॉल वैरायटी को आगे भी विकसित करें, ताकि वह टॉप पर रखी जा सके।
Shreyas Badiye
दीप्ति शर्मा का रैंकिंग में दूसरा स्थान पाना वास्तव में हमारी महिला क्रिकेट की एक बड़ी जीत है। इस सफलता में उनके व्यक्तिगत कड़ी मेहनत के साथ-साथ टीम की सहयोगी भावना का भी बड़ा हाथ है। जब वह इंग्लैंड की पिच पर 9 विकेट लेती हैं, तो यह सिर्फ आंकड़े नहीं बल्कि रणनीति का मास्टर प्लान भी दिखाता है। उनके ऑफ‑ब्रेक बॉल्स की टर्निंग और कंट्रोल ने कई बैटरों को फँसा दिया। इस तरह के परफॉर्मेंस से युवा खिलाड़ी प्रेरित होते हैं और उन्होंने भी अपने सपनों को फिर से देखें। साथ ही, कोचिंग स्टाफ ने दीप्ति के लिए विशिष्ट प्रशिक्षण सत्र शुरू किए हैं, जिससे उनकी बॉल वैरायटी और फील्डिंग में सुधार हो रहा है। इस प्रकार का फोकस केवल एक खिलाड़ी को नहीं, बल्कि पूरी टीम को आगे बढ़ाता है। ICC की रैंकिंग में 8 अंक का अंतर दिखाता है कि अभी भी बहुत संभावनाएं बची हैं। अगले कुछ महीनों में अगर वह फीडर स्ट्राइक को तेजी से पेश करती रहें, तो टॉप पर पहुँचना संभव है। हमें याद रखना चाहिए कि रैंकिंग केवल अंकों का खेल नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी माप है। इस उपलब्धि पर टीम के साथी, जैसे सादिया इक्कबाल, ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जो टीम स्पिरिट को दिखाता है। दीप्ति की इस प्रगति से महिला क्रिकेट में निवेश और समर्थन भी बढ़ेगा। इस प्रकार का समर्थन भविष्य में अधिक टॉर्नामेंट जीतने में मदद करेगा। इसलिए सभी Stakeholders को इस मोमेंट को लम्बे समय तक मनाना चाहिए। अंत में, मैं कहूँगा कि दीप्ति ने केवल खुद को नहीं बल्कि संपूर्ण देश को गर्वित किया है। चलिए, इस ऊर्जा को आगे भी बनाए रखें और अगले बड़े टूर्नामेंट में जीत का जश्न मनाएँ।
sandeep sharma
बिलकुल, ये सकारात्मक माहौल टीम को नई दिशा देगा।
Aryan Singh
दीप्ति के इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट हो गया है कि बॉलिंग में स्थिरता और विविधता दोनों ही आवश्यक हैं।
Sudaman TM
हँ, आंकड़े तो हमेशा झूठ नहीं बोलते 😂 लेकिन दीप्ति को भी कुछ नई वैरायटी ट्राई करनी चाहिए।
Nanda Dyah
दीप्ति शर्मा द्वारा प्राप्त दूसरे स्थान की उपलब्धि को गौरवपूर्ण मानते हुए, यह उल्लेखनीय है कि यह परिणाम कई वर्षों के निरंतर प्रशिक्षण एवं प्रतिबद्धता का प्रतिफल है।
Jocelyn Garcia
ध्यान दें, आगे के चरणों में हमें उनकी बॉल कंट्रोल को और निखारने के लिए विशिष्ट सत्रों की आवश्यकता होगी, जिससे वह विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनी रहें।
aishwarya singh
कुल मिलाकर, यह रैंकिंग बदलाव टीम के मोमेंटम को बहुत बूस्ट देगा और युवा लड़कियों को भी प्रेरित करेगा।
Sanjay Kumar
बिलकुल यही है असली डेटा बिंदु खासकर जब आप गहराई से विश्लेषण नहीं करते तो कुछ भी नहीं समझ पाते
Poorna Subramanian
वर्तमान रैंकिंग स्थिति को देखते हुए, यह आवश्यक है कि रणनीतिक योजना में दीप्ति के स्पिन विकल्पों को प्रमुखता दी जाए, जिससे स्थिरता बनी रहे।
Soundarya Kumar
सही बात है, बस अब कोचिंग स्टाफ को उन्हें सही दिशा में गाइड करना होगा और टीम में उनका भरोसा कायम रखना होगा।
Rohit Bafna
डिफ़िनिटली, अगर हम इस टैलेंट को सही प्लेटफ़ॉर्म पर नहीं लाते तो न केवल टीम बल्कि राष्ट्रीय खेल पर भी नकारात्मक इम्पैक्ट पड़ेगा; इसलिए डेटा‑ड्रिवेन एनालिसिस और स्ट्रैटेजिक प्लानिंग अब जरूरी है।
Minal Chavan
दीप्ति की इस उपलब्धि से भारतीय महिला क्रिकेट का विकास एक नई दिशा में अग्रसर है।