इंडिया महिला क्रिकेट टीम ने एडग्बस्टन में 5वीं टी20आई में शुद्ध जीत की संभावना हासिल की

इंडिया महिला क्रिकेट टीम ने एडग्बस्टन में 5वीं टी20आई में शुद्ध जीत की संभावना हासिल की
द्वारा swapna hole पर 26.09.2025

मैच का प्रमुख विवरण

बर्मिंघम के मशहूर एडग्बस्टन स्टेडियम में 12 जुलाई को शाम 11:05 बजे (IST) भारत बनाम इंग्लैंड की आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय का सामना होगा। भारत ने पहले चार मैचों में 3 जीत हासिल कर ली है, इसलिए इस फाइनल गेम में उन्हें शुद्ध 4-1 जीत करने का लक्ष्य है। मैच का दिन साफ़ आसमान और लगभग 31°C तापमान वाला बताया गया है, जिससे खेल में कोई रुकावट नहीं आएगी। पिच को काफी फ्लैट बताया गया है, जिससे बल्लेबाज़ों को फायदा मिलने की संभावना है—विशेष रूप से वह टीम जो टॉस जीत कर पहले बैट करेगी।

इस श्रृंखला में भारत की जीत की निरंतरता ने उन्हें बड़े बैट्समैन और विविध बॉलिंग लाइन‑अप के साथ लीडर बना दिया है। इंग्लैंड ने अब भी अपना आखिरी मौका पाया है, पर उन्हें इस जीत से अपनी मनोस्थिति सुधारनी होगी। दोनों टीमों के कप्तान—हर्मनप्रीत कौर (भारत) और टमी ब्यूटॉन (इंग्लैंड)—की रणनीति इस मैच में निर्णायक भूमिका निभाएगी।

टीमों की संभावनाएँ और प्रमुख खिलाड़ी

टीमों की संभावनाएँ और प्रमुख खिलाड़ी

इंडिया महिला क्रिकेट की संभावित शुरुआती लगातार इस प्रकार है: हर्मनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंदाना, शफाली वर्मा, जेमीमा रोड्रिग्ज, रिक्का घोष (विकेट‑कीपर), उमनजोत कौर, दीप्ति शर्मा, राधा यादव, अरुंधति रेड्डी, स्नेह राणा और श्री चारानी। इस लाइन‑अप में बॉटम‑ऑर्डर की गहरी बैटिंग और तेज़ी से बदलाव करने वाली बॉलिंग दोनों ही मौजूद हैं। दीप्ति शर्मा और राधा यादव जैसी क्विक स्पिनर ने पिछले मैचों में विकेट पाने में अहम योगदान दिया है, जबकि शफाली वर्मा की आक्रामक पावरहिटिंग ने कई बार लक्ष्य बनाते समय टीम को धक्का दिया है।

इंग्लैंड की तरफ़ टमी ब्यूटॉन की कप्तानी में सोफ़िया डंकले, डेनिएल वायट‑हॉज, एलिस कैप्सी, एमी जोन्स (विकेट‑कीपर), पेज स्कॉलफ़ील्ड, सोफ़ी इकलस्टोन, इज्जी वोंग, चार्लोट डीन, लौरिन फाइलर और लौरिन बेल का समूह है। इंग्लैंड ने पिछले दो मैचों में निराशाजनक बैटिंग दिखायी, पर लौरिन फाइलर और लौरिन बेल जैसा तेज़ बॉलर अभी भी खेल में बदलाव लाने की क्षमता रखता है। सोफ़ी इकलस्टोन की स्पिनिंग कला ने कुछ पिच पर असर दिखाया है, पर एडग्बस्टन की फ्लैट पिच पर उनका असर सीमित रह सकता है।

इतिहास में दोनों टीमों के बीच 34 मैचों में इंग्लैंड ने 23 जीतें और भारत ने 11, लेकिन वर्तमान फॉर्म के हिसाब से भारत को ताकतवर माना जा रहा है। प्रतियोगी विश्लेषकों का अनुमान है कि भारत अधिकांश परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करेगा और 4-1 की शुद्ध जीत हासिल कर सकता है। यह जीत न केवल सीरीज को समाप्त करेगी, बल्कि आगे के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए भारत को आत्मविश्वास भी देगी।

इंग्लैंड इस मैच को एक लर्निंग एक्सपीरियंस के रूप में देख रहा है। उन्हें अपनी बैटिंग में स्थिरता और बॉलिंग में विविधता लाने की जरूरत है। अगर वे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का विकल्प चुनते हैं, तो उन्हें तेज़ रन बनाकर दबाव बनाने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि भारत के तेज़ बॉलर्स को हिम्मत न हो। इस बीच, भारत को अपने सख्त फील्डिंग प्लान को बनाए रखना होगा, जिससे इंग्लैंड के एटैक को रोक कर रख-रखाव का अच्छा मौका मिल सके।