IPL 2024 के क्वालीफायर में गुस्से में स्टंप्स पर हमला, BCCI ने शिमरोन हेटमायर को सजा दी

IPL 2024 के क्वालीफायर में गुस्से में स्टंप्स पर हमला, BCCI ने शिमरोन हेटमायर को सजा दी
द्वारा swapna hole पर 26.05.2024

शिमरोन हेटमायर का गुस्सा पड़ा भारी

आईपीएल 2024 के क्वालीफायर 2 मैच के दौरान राजस्थान रॉयल्स के स्टार बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर के आक्रामक व्यवहार ने उन्हें परेशानी में डाल दिया है। मैच के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बुरी तरह से आउट होने के बाद हेटमायर ने अपनी निराशा को स्टंप्स पर निकालते हुए उन्हें गिरा दिया। इस व्यवहार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गंभीरता से लिया और हेटमायर पर मैच फीस का 10% जुर्माना लगाया।

अभिषेक शर्मा का विकेट

मैच के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर हेटमायर का विकेट गिरना राजस्थान रॉयल्स के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। राजस्थान रॉयल्स को इस क्वालीफायर मैच में 175 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे पूरा करने में वे 36 रन पीछे रह गए। हेटमायर को केवल 4 रन पर आउट करने वाले अभिषेक शर्मा ने बताया कि कैसे यह विकेट मैच का टर्निंग पॉइंट बन गया।

आचार संहिता का उल्लंघन

बीसीसीआई ने हेटमायर को आईपीएल आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करने का दोषी पाया। इस अनुच्छेद के तहत मैदान पर अनुचित व्यवहार या गुस्से में किया गया कार्य सजा के योग्य माना जाता है। हेटमायर ने भी अपनी गलती मानते हुए मैच रेफरी के फैसले को स्वीकार कर लिया है।

अन्य खिलाड़ियों के लिए सबक

इस घटना ने अन्य खिलाड़ियों को भी यह संदेश दिया है कि मैदान पर अनुशासन और संयम बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। हेटमायर की यह गलती न केवल उनके लिए बल्कि राजस्थान रॉयल्स के लिए भी एक सबक बन गई है, क्योंकि उनकी टीम महत्वपूर्ण मैच हार गई।

राजस्थान रॉयल्स पर असर

राजस्थान रॉयल्स की हार के बाद उनके फैंस और टीम प्रबंधन के लिए यह बहुत ही निराशाजनक रहा। पूरे सीजन में राजस्थान रॉयल्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, लेकिन महत्वपूर्ण मौके पर कमजोर साबित होना उन्हें भारी पड़ा। टीम के कप्तान और कोच ने इस हार को लेकर अपने विचार साझा किए और टीम की रणनीति पर पुनर्विचार करने की बात कही।

भविष्य के लिए तैयारी

राजस्थान रॉयल्स अब अपने प्रदर्शन में सुधार करने और आगामी सीजन के लिए बेहतर रणनीति बनाने पर ध्यान देगी। टीम के मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों को पेशेवर और अनुशासनकारी बनाकर टीम के प्रदर्शन को उन्नत करने का संकल्प लिया है।

फैंस की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर फैंस ने भी हेटमायर के व्यवहार पर अपने विचार व्यक्त किए। कई लोगों ने इसे गैर-जिम्मेदाराना करार दिया, जबकि कुछ ने उनकी निराशा को समझने की कोशिश की। इस घटना ने दर्शकों और क्रिकेट प्रेमियों के बीच गहन चर्चा को जन्म दिया है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

इस पूरे मामले ने सिखाया है कि खेल में जीत और हार दोनों का सामना करना जितना महत्वपूर्ण होता है, उतना ही महत्वपूर्ण है अपने भावनाओं पर नियंत्रण रखना। खेल भावना हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए, जिससे सभी के लिए यह अनुभव सुखद और प्रेरणादायक बन सके।

टिप्पणि

Abinesh Ak
Abinesh Ak

अरे भाई ये तो स्टंप्स पर हमला नहीं बल्कि स्टंप्स को बर्बाद करने की कोशिश थी! ये खिलाड़ी अब अपने गुस्से को एक शो मान लेते हैं। इसके बाद कोई बल्लेबाज आउट हुआ तो उसका बल्ला तोड़ देगा क्या? बीसीसीआई का 10% जुर्माना तो एक चाय की कीमत है।

मई 26, 2024 AT 01:19
Ron DeRegules
Ron DeRegules

इस घटना को बस एक गुस्से का रिएक्शन समझना गलत होगा ये तो एक सिस्टमिक प्रॉब्लम का संकेत है जिसमें खिलाड़ियों को अपनी भावनाओं को कंट्रोल करने की ट्रेनिंग नहीं मिलती और टीम मैनेजमेंट भी इस पर ध्यान नहीं देता जब तक कोई बड़ा इवेंट नहीं हो जाता तब तक सब कुछ नॉर्मल फील होता है लेकिन असल में ये टीम कल्चर का डिस्ट्रक्शन है जिसकी वजह से राजस्थान रॉयल्स जैसी टीम भी महत्वपूर्ण मैच में फेल हो जाती है और फैंस का विश्वास टूट जाता है जिसका असर सीजन के आखिरी दिनों में दिखता है

मई 27, 2024 AT 17:46
Manasi Tamboli
Manasi Tamboli

क्या हम खेल को बचाने के लिए खिलाड़ियों को बंदी बना रहे हैं? हेटमायर का गुस्सा उसकी आत्मा की चीख थी जो इस बाजारी खेल में दब गई। हम जीत के लिए जीतते हैं लेकिन उसके बाद अपने आप को क्यों नहीं खोते? ये टूटा हुआ स्टंप उसकी टूटी हुई आशा का प्रतीक है।

मई 29, 2024 AT 14:55
Ashish Shrestha
Ashish Shrestha

बीसीसीआई द्वारा लगाया गया जुर्माना अपर्याप्त है। खिलाड़ी के व्यवहार को अनुशासन के दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए, और इस मामले में एक बड़ा अपराध हुआ है। इस तरह के व्यवहार के लिए निलंबन या कम से कम दो मैचों का बहिष्कार आवश्यक है। अन्यथा यह एक खतरनाक प्रेस्क्रिप्शन बन जाता है।

मई 29, 2024 AT 21:40
Mallikarjun Choukimath
Mallikarjun Choukimath

हेटमायर का यह अभिनय नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक विराम है। जब जीवन के सभी रास्ते बंद हो जाते हैं तो एक आदमी स्टंप्स को उखाड़ देता है। यह भारतीय क्रिकेट के बड़े संस्कारों के विरुद्ध नहीं है, बल्कि उनके अंतर्गत छिपे असहनशीलता का प्रकटीकरण है। हम जीत के लिए खेलते हैं, लेकिन क्या हम उस दर्द को समझते हैं जो एक खिलाड़ी के दिल में बसता है? यह अभिनय नहीं, यह अंतर्ज्ञान है।

मई 31, 2024 AT 19:02

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