घटना की विस्तृत जानकारी
जाने-माने जामशेदपुर के ताटा मोटर्स साउथ गेट के पास एक अजीबो-गरीब दृश्य देखा गया। एक मोटरसाइकिल, जो गोलमुड़ी की ओर जा रही थी, अचानक धुएँ और लपटों में बदल गई। गवाहों का कहना है कि बाइक एक ही पल में पूरे नीले धुएँ में घिर गई और कुछ ही मिनटों में पूरी तरह से जल गई। सवार ने तुरंत साइकिल को छोड़ दिया और जमीन पर गिर कर खुद को सुरक्षित रखा। सौभाग्य से उसे कोई चोट नहीं लगी, लेकिन आसपास इकट्ठा हुए लोगों में स्तब्धता और डर ने जगह बना ली।
घटना के बाद लोग तुरंत पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को सूचना देने लगे। कई पास के रोडस्टैंड वाले लोग अपने मोबाइल से तस्वीरें और वीडियो ले रहे थे, जिससे बाद में इस घटना की पुष्टिकरण में मदद मिल सकती है।

पिछले मामलों और संभावित कारण
जामशेदपुर में इस तरह की अजीब घटनाएँ नई नहीं हैं। 2023 में साक्ची के हाथी-घोड़ा मंदिर के पास भी एक मोटरसाइकिल अचानक आग पकड़ी थी और विस्फोट हुई थी, फिर भी उस बार सवार बिना चोट के बच निकल आया। इन दो घटनाओं ने शहर के प्रबंधन को सतर्क कर दिया है कि मोटरसाइकल में कुछ तकनीकी ख़ामियां या बेढ़बुद्धि रखरखाव से ऐसे खतरनाक हादसे संभव हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे फायर के संभावित कारणों में निम्नलिखित हो सकते हैं:
- इंजन या फ्यूल सिस्टम में लीकेज, जिससे इग्निशन के समय गैस की अत्यधिक ज्वलनशीलता बढ़ जाती है।
- इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट, विशेषकर बैटरी और हाईवोल्टेज घटकों में, जो अचानक स्पार्क उत्पन्न कर सकते हैं।
- ग्लोविंग गैस का रेसिड्युअल, जो रखरखाव नहीं होने पर जमा हो जाता है।
स्थानीय प्राधिकरण अब इस पर नज़र रख रहे हैं और सवारों से आग्रह कर रहे हैं कि वे नियमित सर्विसिंग कराएँ और फ्यूल पाइपलाइन की जांच करवाएँ। उन्होंने कहा कि जैश्पुर मोटरसाइकिल आग जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है यदि वाहन मालिक उचित देखभाल और निगरानी रखें।
अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस बार की आग किस कारण से लगी, लेकिन पुलिस जांच जारी है। इस घटना ने जामशेदपुर के नागरिकों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ा दी है और वाहन रखरखाव पर चर्चा को फिर से जलाया है।