ओला का बिजली से चलने वाला स्कूटर
ओला इलेक्ट्रिक ने एक नया अध्याय आरंभ किया है, जब उसने अपनी नई ई-स्कूटर सीरीज 'गिग' लॉन्च की। एक बिजली से चलने वाले वाहन के प्रति कामगारों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, ये स्कूटर विशेष रूप से उन लोगों के लिए बनाए गए हैं जो कम कीमत और स्थायित्व की तलाश में हैं। 'गिग' रेंज में दो आकर्षक मॉडल उपलब्ध हैं, जो शुरुआती कीमत ₹39,999 में उपलब्ध हैं। ओला ने इसे गिग इकॉनमी के बढ़ते प्रचलन को ध्यान में रखते हुए विकसित किया है।
'गिग' और 'गिग+' की विशेषताएँ
'गिग' मॉडल छोटी दूरी के यात्राओं के लिए एकदम सही है, जिसमें एक बार चार्ज करने पर 112 किलोमीटर की दूरी तय की जा सकती है और इसकी शीर्ष गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके साथ एक 1.5 किलोवॉट-घंटा की हटाने वाली बैटरी और हब मोटर दी जाती है। दूसरी ओर, 'गिग+' मॉडल लंबी दूरी और अधिक भार के साथ यातायात के लिए उपयुक्त है, जो एक अकेली बैटरी के साथ 81 किलोमीटर और डबल बैटरियों के साथ 157 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। दोनों मॉडल के पास एक 1.5 किलोवॉट की हब मोटर है और 'गिग+' की अधिकतम गति 45 किलोमीटर प्रति घंटा है।
नए सिरे से 'एस1 जेड' की पेशकश
ओला इलेक्ट्रिक ने अपने 'एस1 जेड' रेंज को भी अलग तरीके से प्रस्तुत किया है, जो शहरी कर्मियों के लिए उपयुक्त है। 'एस1 जेड' की कीमत ₹59,999 है और यह दो बैटरी के साथ आता है, जिनकी क्षमता 1.5 किलोवॉट-घंटा है। यह स्कूटर शहरी यात्राओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है, जिसकी अधिकतम गति 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके अलावा, 'एस1 जेड+' उसी बैटरी और मोटर विशिष्टताओं के साथ आता है, लेकिन इसमें उपयोगिता बढ़ाने के लिए 14 इंच की एक बड़ी एलसीडी डिस्प्ले और पहिए हैं, जो इसे व्यक्तिगत और हल्के वाणिज्यिक उपयोग दोनों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
बुकिंग और डिलीवरी योजनाएँ
ओला इलेक्ट्रिक ने इन चार मॉडलों के लिए बुकिंग आरंभ कर दी है, जो कि उनकी वेबसाइट पर केवल ₹499 की टोकन राशि के साथ की जा सकती है। 'गिग' और 'एस1 जेड' सीरीज की डिलीवरी अप्रैल और मई 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक भविश अग्रवाल का कहना है कि इन रेंजों का लॉन्च इलेक्ट्रिक वाहनों के अपनाने की गति को बढ़ाएगा, जो कि सस्ती, विश्वसनीय और सुरक्षित विकल्पों के रूप में उपलब्ध कराए गए हैं।
सपोर्टिंग एको मोड: पावरपॉड
ओला ने अपने 'पावरपॉड' का भी परिचय दिया है, जो ₹9,999 की कीमत में उपलब्ध है। यह पोर्टेबल इन्वर्टर स्कूटर की बैटरी को एक इन्वर्टर के रूप में कार्य करने की क्षमता देता है, जो छोटे घरेलू उपकरणों जैसे कि लाइट, पंखे और टीवी को चला सकता है। यह विशेषता उन ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों के उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती है, जहां स्थिर बिजली आपूर्ति की समस्या होती है।
ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य: नए अवसरों की खोज
ओला इलेक्ट्रिक का यह कदम उन्हें गतिशील परिवहन के भविष्य के प्रति प्रेरित करता है। कंपनी का उद्देश्य उन्नत और किफायती वाहनों के निर्माण के माध्यम से उनकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना है। सस्ती कीमतें, शानदार डिजाइन और अत्याधुनिक तकनीक के कारण ओला इलेक्ट्रिक ने बाजार में अलग पहचान बनाई है। यह कदम न केवल कंपनी को एक नई दिशा में ले जाएगा बल्कि परिवहन के क्षेत्र में स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा।
टिप्पणि
Sitara Nair
ये गिग वाला स्कूटर तो बस ग्रामीण इलाकों के लिए बनाया गया है, ना? बैटरी हटाने योग्य है, पावरपॉड के साथ घर में बिजली चल जाएगी... अरे भाई, ये तो सिर्फ वाहन नहीं, एक पोर्टेबल पावर स्टेशन है! 😍 मैंने अपने गाँव में एक दोस्त को देखा, जिसने अपने स्कूटर से रात में टीवी चलाया... बस यही तो असली इनोवेशन है। 🌟 और ₹39,999 में ये सब? भारत की आर्थिक अर्थव्यवस्था का असली रिवोल्यूशन है।
Abhishek Abhishek
अरे यार, ये सब बकवास है। ये स्कूटर बैटरी लेकर चलता है तो भी चार्जिंग स्टेशन कहाँ हैं? दिल्ली में तो 3 दिन में एक बार चार्ज हो पाता है। और ये 'गिग' नाम क्यों रखा? क्या ये गिग वर्कर्स के लिए है या गिग एक्सप्लॉइटेशन के लिए? ये सब बाजार का धोखा है।
Avinash Shukla
मुझे लगता है ओला ने अच्छा काम किया है। गिग+ की डबल बैटरी सिस्टम तो बहुत स्मार्ट है... और पावरपॉड का आइडिया तो बस बहुत बढ़िया है। 🤝 मैंने एक बार राजस्थान में एक गाँव में एक बिजली कटौती के दौरान ऐसा ही एक स्कूटर देखा था जिसने एक छोटे फ्रिज को चलाया था। अगर ये टेक्नोलॉजी आम आदमी तक पहुँच जाए, तो ये वाकई एक बड़ा कदम होगा।
Harsh Bhatt
अरे भाई, ये सब तो सिर्फ बाजार की बाजीगरी है। जब तक तुम्हारी बैटरी की लाइफ 2 साल नहीं बनती, तब तक तू नया स्कूटर खरीदेगा। ये 'गिग' नाम किसने रखा? क्या ये नाम तुम्हारे बच्चे के नाम जैसा है? एक बार बैटरी की कीमत देखो... ₹25,000 होगी और तब तक तो तुम दो नए इंजन वाले स्कूटर खरीद चुके होगे। ये तो एक अस्थायी ब्रैंडिंग ट्रिक है। और 'पावरपॉड'? ये तो एक बैटरी को एक इन्वर्टर बना दिया गया है... जो भारत में ₹3,000 में मिल जाता है। ओला ने बस एक रूपांतरण को इनोवेशन बता दिया।
dinesh singare
ये सब बकवास है! एस1 जेड की अधिकतम गति 70 किमी/घंटा? तो फिर ये बाइक नहीं है? ये तो गाड़ी है! और ये सब जो लोग बैटरी हटाने वाली बात कर रहे हैं, उन्हें पता है कि ये बैटरी भारी होती है? एक औरत इसे उठाकर सीढ़ियों से ऊपर ले जाएगी? और पावरपॉड? ये तो एक बैटरी को एक इन्वर्टर बनाने का नाम है... जिसे तुम अपने घर में ₹4,000 में खरीद सकते हो! ओला ने बस एक बैटरी को फैंसी नाम दिया है। ये सब टेक्नोलॉजी का नहीं, बल्कि मार्केटिंग का खेल है।
Priyanjit Ghosh
अरे यार, ये स्कूटर तो गिग वर्कर्स के लिए बनाया गया है... और तुम लोग बैटरी की कीमत की बात कर रहे हो? 😂 भाई, ये तो बिजली के बिना चलने वाले वाहन का असली भविष्य है! जब तुम रात में घर पर बैठे हो और तुम्हारा स्कूटर तुम्हारे लिए टीवी चला रहा हो... तो तुम ये सब बातें भूल जाओगे। ये तो बस एक बाइक नहीं, एक जीवन शैली है। 🚀 और ₹39,999 में? भाई, ये तो बहुत सस्ता है।
Anuj Tripathi
ये गिग वाला स्कूटर तो बहुत अच्छा है। मैंने अपने दोस्त को देखा जो इसे दिल्ली से गुरुग्राम तक रोज चलाता है। चार्जिंग बहुत आसान है। और पावरपॉड तो बस बहुत बढ़िया है। गाँव में बिजली नहीं आए तो ये बैटरी बचाती है। ओला ने अच्छा काम किया है। अगर ये सब आम आदमी तक पहुँच जाए तो ये बहुत बड़ा बदलाव होगा