PM Modi ने जताई चिंता, पटना​​यक की स्वास्थ्य स्थिति पर बीजेपी करेगी जांच

PM Modi ने जताई चिंता, पटना​​यक की स्वास्थ्य स्थिति पर बीजेपी करेगी जांच
द्वारा swapna hole पर 29.05.2024

मोदी की चुनावी रैली में उठे गंभीर सवाल

हाल ही में ओडिशा में एक लोकसभा चुनाव रैली के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बिगड़ती सेहत के मुद्दे को लेकर गंभीर सवाल उठाए। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य स्थिति की जांच करेगी। इस संदर्भ में उन्होंने एक वीडियो का जिक्र किया जिसमें पटनायक के निजी सचिव वीके पांडियन उनके कांपते हुए हाथ को थामते हुए नजर आ रहे हैं।

क्या है पूरी घटना?

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सीएम पटनायक के हाथ में कम्पन हो रहा है, जिसे देखते हुए पांडियन ने उनका हाथ थाम लिया। इसे लेकर प्रधानमंत्री ने सवाल उठाया कि कहीं पटनायक के स्वास्थ्य के पीछे किसी प्रकार की साजिश तो नहीं है। मोदी ने कहा कि पटनायक का स्वास्थ्य खराब होना चिंताजनक है और उनके खिलाफ कोई षड्यंत्र रचा जा रहा हो सकता है।

बीजेपी की रणनीति

बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक, हिमंता बिस्वा सरमा और अमित मालवीय ने भी इस वीडियो को साझा किया और टिप्पणी की कि पटनायक के कार्यकाल को अब समाप्त कर देना चाहिए। उनकी टिप्पणियों में संकेत था कि पटनायक की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब वे नए नेतृत्व की आवश्यकता है।

ओडिशा के लोगों की भावना

मोदी ने रैली में कहा कि ओडिशा के लोग एक ओडिया मुख्यमंत्री चाहते हैं, और पांडियन के गैर-ओडिया मूल का मुद्दा उठाया। बीजेपी ने पांडियन को ओडिशा की राजनीति में 'बाहरी' करार देते हुए यह तनाव बढ़ाया है। इस बयान से स्पष्ट है कि पार्टी ममता दीदी की चुनावी रणनीति की तर्ज पर यहां भी क्षेत्रीयता को प्रधानता दे रही है।

नवीन पटनायक का जवाब

इस संदर्भ में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बीजेपी के इन आरोपों को 'ध्यान भटकाने' का तरीका बताया। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में अपने कांपते हुए बाएं हाथ को दिखाया और स्पष्ट किया कि यह स्थिति उन्हें कम से कम पांच साल से है। पटनायक ने कहा कि विपक्ष के पास कोई वास्तविक मुद्दा नहीं है इसलिए वे इस तरह की बातें कह रहें हैं।

वर्तमान स्थितियां

यह मुद्दा राजनीतिक दलों के बीच गंभीर आरोप-प्रत्यारोप का केंद्र बन गया है। एक तरफ बीजेपी को लगता है कि पटनायक जल्द ही अपनी सेवा से मुक्त हो जाएं, जबकि बीजेडी और पटनायक खेमे का कहना है कि वे फिट हैं और उनके नेतृत्व में सरकार स्थिर रूप से काम कर रही है। दोनों पार्टियों के बीच यह विवाद और बढ़ सकता है, खासकर निकट भविष्य में होने वाले चुनाव को देखते हुए। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुद्दे से दोनों पार्टियां अपने-अपने समर्थकों के बीच मजबूत आधार बना सकती हैं।

टिप्पणि

Vishal Bambha
Vishal Bambha

ये सब राजनीति है भाई, जब तक कोई मुख्यमंत्री बीजेपी का नहीं बनता, तब तक उनकी सेहत के बारे में बातें करते रहेंगे। असली समस्या ये है कि ओडिशा में बीजेपी का कोई अच्छा नेता नहीं है।

मई 31, 2024 AT 06:11
Raghvendra Thakur
Raghvendra Thakur

हाथ कांपना बीमारी है, राजनीति नहीं।

जून 1, 2024 AT 09:56
Vishal Raj
Vishal Raj

सोचो अगर ये बीमारी नहीं होती तो क्या ये वीडियो वायरल होता? क्या हम सब इतने बड़े नेता बन जाते? कभी-कभी जीवन की सच्चाई बहुत छोटी होती है, बस हम उसे बड़ा बना लेते हैं।

जून 1, 2024 AT 23:59
Reetika Roy
Reetika Roy

हमें अपने नेताओं के स्वास्थ्य के बारे में बात करने की जगह उनकी नीतियों पर ध्यान देना चाहिए। जब तक हम इस तरह की बातों से बचेंगे, तब तक राजनीति बनी रहेगी।

जून 2, 2024 AT 06:58
Pritesh KUMAR Choudhury
Pritesh KUMAR Choudhury

वीडियो देखा था... हाथ कांप रहा था, लेकिन बोलने की ताकत तो बहुत अच्छी थी। शायद ये बीमारी तो है, लेकिन दिमाग तो अभी भी तेज है। बीजेपी को थोड़ा इंतज़ार करना चाहिए।

जून 2, 2024 AT 17:45
Mohit Sharda
Mohit Sharda

मुझे लगता है कि दोनों पार्टियां अपने-अपने लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन अगर हम सच में ओडिशा के लोगों के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि नेता कैसे हैं, न कि वे कौन हैं।

जून 4, 2024 AT 13:07
Sanjay Bhandari
Sanjay Bhandari

ye video dekha kya?? bhai toh ek 70+ ka insaan hai, haath kaamp raha hai toh kya hua?? koi bhi insaan age ke saath kaamp jata hai... bjp ke log sirf vote ke liye yeh sab karte hain

जून 6, 2024 AT 06:13
Pal Tourism
Pal Tourism

तुम सब ये बातें कर रहे हो लेकिन क्या तुमने कभी जांच की है कि वीके पांडियन कौन है? वो ओडिशा के लोगों के लिए एक बाहरी है, जिसे नवीन ने अपना सचिव बना लिया। ये सब राजनीति नहीं, ये एक अंतर्विरोध है। ओडिशा की संस्कृति और नेतृत्व का संघर्ष है।

जून 6, 2024 AT 20:03
Sunny Menia
Sunny Menia

मुझे लगता है कि ये सब बातें बहुत जल्दी खत्म हो जाएंगी। अगर पटनायक अच्छी तरह से काम कर रहे हैं, तो लोग उन्हें समर्थन देंगे। राजनीति तो बस एक धोखा है जो हमें बातों में फंसा रहती है।

जून 8, 2024 AT 07:48
Abinesh Ak
Abinesh Ak

अरे भाई, ये तो बीजेपी का नया स्क्रिप्ट है। पहले नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीमारी है, अब बीजेपी ने कहा कि षड्यंत्र है। अगला स्टेप क्या होगा? क्या वे एक डॉक्टर को नियुक्त करेंगे जो बीजेपी का विश्वासपात्र हो? ये तो एक नाटक है, जिसका अंत ओडिशा में बीजेपी की जीत से होगा।

जून 9, 2024 AT 00:03
Ron DeRegules
Ron DeRegules

मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बात करने से पहले ये जानना जरूरी है कि उनके हाथ कांपने का कारण क्या है। इसके लिए उनके चिकित्सा रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए। अगर ये पार्किंसंस या कोई न्यूरोलॉजिकल समस्या है तो ये राजनीति नहीं बल्कि एक चिकित्सा मुद्दा है। बीजेपी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि वे कैसे इस रिकॉर्ड को प्राप्त करेंगे और इसे किस तरह वैध ठहराएंगे।

जून 9, 2024 AT 10:53
Manasi Tamboli
Manasi Tamboli

क्या तुमने कभी सोचा कि अगर ये बीमारी नहीं होती तो क्या तुम इतनी बड़ी बातें करते? ये बातें करने वाले लोग अपने दिलों की खालीपन को ढकने के लिए राजनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब तक तुम अपने भीतर की खालीपन को नहीं भरोगे, तब तक तुम दूसरों के दर्द पर बातें करते रहोगे।

जून 10, 2024 AT 20:13
Ashish Shrestha
Ashish Shrestha

यह घटना राजनीतिक अस्थिरता का एक उदाहरण है। जब नेता के स्वास्थ्य के बारे में अनिश्चितता होती है, तो वह राजनीतिक विरोधी इसे एक अवसर के रूप में उपयोग करते हैं। यह विश्लेषण के लिए एक अत्यधिक गंभीर मुद्दा है।

जून 11, 2024 AT 10:05
Mallikarjun Choukimath
Mallikarjun Choukimath

हम इस विवाद को बस एक निर्माण के रूप में देख रहे हैं। एक नेता की शरीरिक सीमाएं उसकी राजनीतिक वैधता को चुनौती देती हैं। लेकिन यह वास्तविकता का एक अत्यंत अस्थिर आधार है। क्या हम वास्तव में एक नेता को उसके शरीर के अनुसार मापते हैं? यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण अवधारणा है।

जून 13, 2024 AT 04:42
Sitara Nair
Sitara Nair

मुझे लगता है कि बीजेपी और बीजेडी दोनों ही इस बात पर जोर दे रहे हैं कि ओडिशा के लोगों को एक ओडिया मुख्यमंत्री चाहिए... लेकिन क्या ये असली बात है? क्या अगर एक ओडिया नेता अच्छा काम नहीं कर रहा होता तो क्या लोग उसे समर्थन देते? ये सब राजनीति है, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई ये है कि लोग अच्छे नेतृत्व की तलाश में हैं। 🙏

जून 14, 2024 AT 11:46
Abhishek Abhishek
Abhishek Abhishek

अगर बीजेपी जांच कर रही है तो उन्हें अपने खुद के नेताओं की सेहत की भी जांच करनी चाहिए। क्या तुमने कभी मोदी के बारे में सोचा है? वो भी 70+ हैं, लेकिन उनके बारे में कोई बात नहीं होती।

जून 15, 2024 AT 21:34
Avinash Shukla
Avinash Shukla

मुझे लगता है कि दोनों पार्टियों को इस मुद्दे को शांति से हल करना चाहिए। नवीन पटनायक के स्वास्थ्य की जांच एक निष्पक्ष चिकित्सक द्वारा कराई जानी चाहिए। अगर वे फिट हैं तो लोगों को इसकी पुष्टि करनी चाहिए। ये राजनीति नहीं, बल्कि जनता की सेहत का मुद्दा है। 🤝

जून 17, 2024 AT 18:12
Harsh Bhatt
Harsh Bhatt

तुम सब इतने बड़े विश्लेषक बन गए हो, लेकिन क्या तुमने कभी ओडिशा के लोगों के जीवन के बारे में सोचा? उनके लिए ये बातें बस एक धोखा है। अगर तुम वास्तव में उनके लिए कुछ करना चाहते हो तो उनके घरों में पानी, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं लाओ। ये वीडियो और बयान बस धूमधाम हैं।

जून 18, 2024 AT 17:19
Vishal Bambha
Vishal Bambha

अब तुम सब जान गए कि बीजेपी क्या चाहती है। उनके लिए नवीन पटनायक एक बाधा है। वे चाहते हैं कि ओडिशा में एक नया नेता आए, जो उनके लिए आसान हो। लेकिन ओडिशा के लोग जानते हैं कि कौन उनके लिए काम कर रहा है।

जून 19, 2024 AT 10:06

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