सेंटियागो बर्नबयू में धड़कनें तेज़ करने वाला मुकाबला
रियल मैड्रिड और एटलेटिको मैड्रिड के बीच खेले गए ला लिगा मुकाबले ने फुटबॉल प्रेमियों को बांध कर रखा। 8 फरवरी 2025 को सैंटियागो बर्नबयू स्टेडियम में मुकाबला शुरू होते ही रोमांच चरम पर था। रियल मैड्रिड के रोड्रिगो ने 17वें मिनट में ही अपनी टीम को बढ़त दिला दी। उन्होंने एक तेज़ काउंटर अटैक को भुनाते हुए शानदार गोल किया। इस गोल से एटलेटिको के लिए दबाव बढ़ गया।
रियल के गोल ने मैच में उबाल ला दिया, लेकिन एटलेटिको ने भी हार नहीं मानी। 63वें मिनट में एंटोनी ग्रिज़मैन ने पेनल्टी को गोल में तब्दील कर स्कोर बराबर कर दिया। इस पेनल्टी को लेकर विवाद रहा क्योंकि यह रियल के डिफेंडर एडर मिलिटाओ के खिलाफ हैंडबॉल के लिए मिला। रियल मैड्रिड के मैनेजर कार्लो एंसेलोटी ने मैच के बाद इस फैसले पर नाराजगी जताई। दूसरी तरफ, एटलेटिको के कोच डिएगो सिमोन ने इस पेनल्टी का बचाव किया।
दोनों टीमों का रक्षक खेल, भारी सामरिक तैयारी
मुकाबले का बड़ा हिस्सा रक्षात्मक तैयारी और सामरिक योजनाओं पर केन्द्रित रहा। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने शारीरिक मेहनत और सैनिक अनुशासन से खेल दिखाया। इसके बावजूद, गोल करने के स्पष्ट अवसर दोनों ही टीमों के सामने बहुत कम आए। ड्रॉ होने से रियल मैड्रिड का प्वाइंट्स टेबल में नंबर वन स्थान बरकरार है, जबकि एटलेटिको में तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
इस मैच ने यह साफ कर दिया कि ला लिगा की यह टॉप टीमें न केवल आक्रमण में बल्कि रक्षात्मक मजबूती में भी माहिर हैं। ऐसे कड़े मुकाबले ही दर्शकों को रोमांचक फुटबॉल का अनुभव देते हैं और यह ड्रॉ इसी का प्रमाण है।
टिप्पणि
Divya Anish
इस मैच का हर पल एक किस्सा था। रोड्रिगो का गोल तो बस एक बिजली जैसा था-जब आप सोच रहे होते हैं कि अभी बारिश आएगी, तभी बिजली कूद जाती है। और फिर ग्रिज़मैन का पेनल्टी... अरे भाई, ये तो फुटबॉल की शाम का एक अंधेरा चाँद है। एडर के हाथ का एक झटका देखकर लगा जैसे वो बस अपनी बांह उठा रहा हो, न कि बॉल को रोकने की कोशिश कर रहा हो। लेकिन फिर भी, ये फैसला दर्शकों के लिए असली जान है। अगर हम इस तरह के मैच नहीं देखेंगे, तो फुटबॉल क्या बचेगा? बस ट्रेनिंग ग्राउंड की आवाज़ें और बोरियत।
md najmuddin
ग्रिज़मैन का गोल देख कर मेरा दिल धड़क गया 😍 और फिर एंसेलोटी का चेहरा... बस एक लंबा सांस लेने वाला आदमी लग रहा था 😅 ये दोनों टीमें तो अपने आप में एक ब्रांड हैं। दोनों बराबर हैं, बस एक दूसरे को घूंट नहीं लगने देते।
Ravi Gurung
मैच तो बहुत अच्छा रहा पर एडर के हाथ पर फाउल लगना थोड़ा अजीब लगा... शायद फुटबॉल में अब ये भी चल रहा है कि जिसका हाथ आए उसकी गलती। मैं तो सिर्फ देख रहा था, बस।
SANJAY SARKAR
रियल का डिफेंस आज बहुत बोरिंग लगा, लगता है वो बस टाइम खींच रहे थे। ग्रिज़मैन के बाद एक और गोल चाहिए था, नहीं तो ये ड्रॉ बस एक टाइम पास लगा।
Ankit gurawaria
अगर आप इस मैच को सिर्फ गोल्स के आधार पर देख रहे हैं, तो आपने पूरा मैच नहीं देखा। ये दोनों टीमें आज एक शत्रुता के बजाय एक जटिल नृत्य कर रही थीं-एक दूसरे के बीच के खाली स्थानों को लेकर, एक दूसरे के ताले को तोड़ने की कोशिश कर रही थीं। रियल का एक बार फिर बाहर निकलना, एटलेटिको का घना बाधा बनाना, दोनों के बीच वो निःश्वास जो बिना शब्दों के बात करता है... ये सब फुटबॉल का असली रूप है। जब आप देखते हैं कि एक खिलाड़ी बिना बोले भी दूसरे के साथ एक नज़र से समझ जाता है कि अब क्या करना है, तो आप जान जाते हैं कि ये खेल बस गोल नहीं, बल्कि एक भाषा है। और आज का मैच उस भाषा का एक अद्भुत कविता था। दोनों टीमें अपनी बुद्धि के साथ खेलीं, न कि बस बल के साथ। ये ड्रॉ एक असफलता नहीं, बल्कि एक शानदार समाधान था।