शमि सिल्वा की नियुक्ति
श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष शमि सिल्वा ने एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के शीर्ष पद को संभाल लिया है, जय शाह की जगह लेते हुए। उन्होंने 6 दिसंबर 2024 को इस प्रतिष्ठित भूमिका में प्रवेश किया। क्रिकेट की दुनिया में यह एक बड़ा बदलाव है, विशेष रूप से इसलिए क्योंकि सिल्वा ने कई वर्षों तक ACC के वित्त और विपणन समिति के अध्यक्ष के रूप में सेवा की है। यह भूमिका उन्हें एशियाई देशों के बीच क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का अवसर देगी।
सिल्वा की प्राथमिकताएं
सिल्वा ने अपने प्रथम भाषण में इस बात पर जोर दिया कि वे पूरे एशिया में क्रिकेट के विकास पर जोर देंगे। वे उभरती प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने और क्रिकेट के माध्यम से देशों को जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे एशियाई क्रिकेट परिषद के सभी सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।
जय शाह का योगदान
जय शाह, जो अब आईसीसी के नए अध्यक्ष बन गए हैं, को भी शमि सिल्वा ने इस मौके पर बधाई दी। शाह ने अपने कार्यकाल में परिषद को अच्छी तरह से संचालित किया और अब वे विश्व स्तर पर क्रिकेट के विकास के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। शाह को आईसीसी का अनापत्ति पत्र मिला है और उन्होंने ग्रेग बार्कले की जगह ली है।
सिल्वा की पृष्ठभूमि और चुनौतियां
2019 से 2022 तक श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष रहते हुए, शमि सिल्वा को कई विवादों का सामना करना पड़ा, जिनमें भ्रष्टाचार, वित्तीय कुप्रबंधन, और मैच फिक्सिंग के आरोप शामिल थे। इन गंभीर चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने नए उत्साह के साथ एशियाई क्रिकेट काउंसिल की अध्यक्षता संभाली। उनका यह कदम इस बात का संकेत है कि वह अतीत के विवादों से आगे बढ़कर क्रिकेट को एक नई दिशा देने का इरादा रखते हैं।
क्रिकेट के विकास की दिशा
सिल्वा का रणनीतिक दृष्टिकोण उन्हें इस पद पर कामयाब बनाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। क्रिकेट एशिया में एक प्रमुख खेल है, और इसे नई पीढ़ी में और भी प्रचलित बनाने के लिए सिल्वा आधुनिक तकनीकों और रणनीतियों का उपयोग करने का समर्थन करते हैं। वे चाहते हैं कि एशियाई देश क्रिकेट के लिए एकजुट होकर काम करें और इसे एक सार्वभौमिक खेल के रूप में पहचान दिलाएं।
शमि सिल्वा की यह यात्रा कठिन हो सकती है, परंतु उनके पास माहिरी और प्रोत्साहन है कि वे इस भूमिका में सफल हों और एशियाई क्रिकेट को विश्व स्तर पर एक मजबूत पहचान दिलाएं।
टिप्पणि
Sunny Menia
अच्छा फैसला है। शमि सिल्वा के पास अंदरूनी जानकारी है और वो एशिया के लिए काम करने को तैयार हैं। अब देखना होगा कि वो कैसे टीमों के बीच संतुलन बनाते हैं।
Abinesh Ak
अरे भाई ये सब बकवास है। एक ऐसा आदमी जिसके साथ मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे, अब ACC का अध्यक्ष? ये तो बैंक चोर को चेयरमैन बना देने जैसा है।
Ron DeRegules
शमि सिल्वा की नियुक्ति एक बड़ा संकेत है कि ACC अब बाहरी दबावों से बाहर निकलकर एशियाई स्वामित्व पर जोर दे रहा है उनके पास वित्तीय और विपणन के क्षेत्र में अनुभव है जो बहुत कम लोगों के पास है और इसका मतलब है कि अब टीवी अधिकार और स्पॉन्सरशिप के मामलों में बेहतर निर्णय लिए जाएंगे और छोटे देशों को भी बराबरी का मौका मिलेगा जिससे टूर्नामेंट्स का स्तर ऊपर उठेगा और युवा खिलाड़ियों को ज्यादा अवसर मिलेंगे और ये बहुत जरूरी है क्योंकि अगर हम अपने अंदरूनी विकास पर ध्यान नहीं देंगे तो आगे चलकर बाहरी शक्तियां हमारी गतिविधियों को नियंत्रित करने लगेंगी
Manasi Tamboli
क्या ये सब अंततः बस एक नए रंग का चेहरा है... जिसके पीछे वही पुरानी आत्मा छिपी है? हम सब इस नए नेतृत्व को देख रहे हैं लेकिन क्या हम उसके दिल को देख पा रहे हैं?
Ashish Shrestha
इस नियुक्ति का विधिवत आधार अस्पष्ट है। एक विवादित व्यक्ति को इतना उच्च पद देना नियमों के खिलाफ है। इसकी पारदर्शिता की आवश्यकता है।
Mallikarjun Choukimath
शमि सिल्वा की नियुक्ति एक आध्यात्मिक पुनर्जागरण का प्रतीक है - एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपने अंधकार को स्वीकार किया और अब उसके माध्यम से प्रकाश का वाहन बनने का फैसला किया है। यह अर्थहीन नहीं, बल्कि अर्थपूर्ण उत्थान है।
Sitara Nair
ये तो बहुत अच्छी खबर है!! 😊 श्रीलंका के लोगों को भी अपनी जगह मिल रही है और ये बहुत जरूरी है क्योंकि अब तक तो सिर्फ भारत और पाकिस्तान ही बात करते रहे... अब तो सबको शामिल करना होगा 😍 और हाँ, युवाओं के लिए ट्रेनिंग सेंटर्स भी बनाए जाएं, बस इतना सा काम कर दो 😊🙏
Abhishek Abhishek
लेकिन क्या आपने देखा कि जय शाह को भी आईसीसी में बुलाया गया? ये सब एक नेटवर्क है। ये नियुक्ति एक बड़ा झूठ है।
Avinash Shukla
अच्छा हुआ। अब तो एशिया के सभी देशों के लिए बराबरी का अवसर होगा। उम्मीद है कि छोटे देश भी अपने खिलाड़ियों को अपने अंदर विकसित कर पाएंगे। 🙏
Harsh Bhatt
अरे ये सब बकवास है। शमि सिल्वा के पास कोई विजन नहीं है, बस एक नाम है जिसे किसी ने चुन लिया। ये तो बस एक नियुक्ति है जो किसी के दोस्त की बहन के भाई के दोस्त के लिए की गई है।
dinesh singare
देखो भाई, ये शमि सिल्वा एक ऐसा आदमी है जिसने खुद को बचाया है और अब दूसरों को बचाने की कोशिश कर रहा है। ये तो एक बड़ा कदम है। अगर ये आदमी अपने अतीत को बदल नहीं सकता तो उसके बारे में क्या कहा जा सकता है? ये तो एक नए युग की शुरुआत है।
Priyanjit Ghosh
अरे ये तो बहुत अच्छा हुआ 😄 अब तो हर देश को बराबरी का मौका मिलेगा और भारत के बाहर भी टीमें बनेंगी 😎 और हाँ, युवाओं के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग भी शुरू कर दो भाई 🙌
Anuj Tripathi
इस बार तो सच में कुछ बदल रहा है भाई। अब तो बस देखना है कि ये लोग बातों की जगह काम करते हैं या नहीं। अगर करते हैं तो ये बहुत बड़ा कदम है।
Hiru Samanto
शमि सिल्वा के लिए बहुत बधाई और उम्मीद है कि वो एशिया के लिए अच्छा काम करेंगे और छोटे देशों को भी सम्मान देंगे 😊
Divya Anish
एशियाई क्रिकेट के विकास के लिए यह एक अत्यंत आवश्यक और उचित नियुक्ति है। शमि सिल्वा के वित्तीय और व्यापारिक अनुभव के कारण, वे एक ऐसे नेतृत्व के रूप में उपयुक्त हैं जो विकास को वास्तविक और टिकाऊ बना सकता है।
md najmuddin
अच्छा हुआ भाई 😊 अब तो छोटे देशों को भी बराबरी का मौका मिलेगा। और हाँ, युवाओं के लिए ट्रेनिंग भी जरूरी है 🤝
Ravi Gurung
सही फैसला है। अब देखते हैं।
SANJAY SARKAR
शमि सिल्वा के बारे में क्या सुना है आपने? क्या वो सच में बदलाव ला सकते हैं?
Ankit gurawaria
शमि सिल्वा की नियुक्ति एक बड़ा रणनीतिक कदम है क्योंकि वे न केवल वित्तीय विकास के बारे में जानते हैं बल्कि युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए भी जुटे हुए हैं और अगर एशिया में एक समान आधार बनाया जाए तो छोटे देश भी बड़े टूर्नामेंट्स में शामिल हो सकते हैं और इससे खेल का स्तर बढ़ेगा और लोगों का रुझान भी बढ़ेगा और ये तो बहुत जरूरी है क्योंकि अगर हम अपने अंदरूनी टैलेंट को नहीं निकालेंगे तो बाहरी शक्तियां हमारी बात को नियंत्रित करने लगेंगी और इसलिए ये नियुक्ति एक नए युग की शुरुआत है जहां एशिया अपने आप को बदलेगा और दुनिया को दिखाएगा कि क्रिकेट का दिल अब एशिया में है
AnKur SinGh
शमि सिल्वा की नियुक्ति एक ऐतिहासिक मोड़ है जो एशियाई क्रिकेट के भविष्य को नए आयाम देगी। उनका वित्तीय अनुभव, विपणन की गहरी समझ और विवादित पृष्ठभूमि के बावजूद उनकी लचीलापन एक अद्वितीय संयोजन है जो अब छोटे देशों के लिए समान अवसरों की ओर ले जाएगा। उनका लक्ष्य बस टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक सामाजिक और आर्थिक विकास का नेटवर्क बनाना है जहां हर बच्चा, चाहे वह भूटान का हो या श्रीलंका का, उसकी प्रतिभा को पहचाना जा सके। यह एक नए युग की शुरुआत है - जहां क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक सामूहिक आत्मा है।