श्रीलंका का भारत के साथ व्हाइट बॉल श्रृंखला का प्रस्ताव
श्रीलंका क्रिकेट ने बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) को एक विस्तृत योजना भेजी है, जिसमें अगस्त 2025 में कुल छह व्हाइट बॉल मैच खेले जाने की बात कही गई है। इस श्रृंखला में तीन वनडे अंतरराष्ट्रीय (ODI) और तीन टुंटेन्ली इंटरनेशनल (T20I) शामिल होंगे, जो मूल रूप से बांग्लादेश दौरे के लिए निर्धारित मैचों का समान रूप है।
स्रोतों के अनुसार, इस योजना का प्रमुख उद्देश्य भारतीय टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों, विशेष रूप से भारतीय क्रिकेट के दो बड़े सितारे विरात कोहली और रोहित शर्मा को फिर से अंतरराष्ट्रीय मैदान पर लाना है। दोनों खिलाड़ियों ने हाल ही में टेस्ट और T20I फॉर्मेट से दूर रहने का फैसला किया है, लेकिन ODI में उनका योगदान जारी है।
- प्रस्तावित श्रृंखला: 3 ODI + 3 T20I
- समयसीमा: अगस्त 2025
- स्थान: प्रमुख स्टेडियम, श्रीलंका
भारत की अगली योजनाएँ और खिलाड़ी की विश्राम नीति
बांग्लादेश दौरे के रद्द होने के बाद BCCI ने खिलाड़ियों को अगस्त महीने के लिए एक सच्चा विश्राम देने का निर्णय लिया है। इंग्लैंड में पाँच टेस्ट मैचों की थकान के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने इसे मांगा था, क्योंकि अब उनके लिए सितंबर से शुरू होने वाला एशिया कप और अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के साथ सफेद गेंद का दौरा है।
एशिया कप, जो 9 सितंबर को यूएई में T20I फॉर्मेट में शुरू हो रहा है, भारत की पहली निर्धारित प्रतियोगिता होगी। इस टूर्नामेंट से पहले कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नियोजित नहीं है, इसलिए अगस्त में श्रीलंका के साथ प्रस्तावित श्रृंखला अभी अनिश्चित प्रतीत होती है।
भारत की टीम के मुख्य कोच गौतम गम्भीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अग्रकर ने भी खिलाड़ियों की थकावट को देखते हुए अगस्त में पूरी टीम को आराम देने की सलाह दी है। इसके साथ ही, BCCI के सचिव देवजीत सैकिया लंदन में खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ और चयनकों से मिलकर इस पर चर्चा करने की योजना बना रहे हैं।
रहना यह भी स्पष्ट है कि कोहली और रोहित का अगला अंतरराष्ट्रीय आउटिंग अक्टूबर 2025 में ऑस्ट्रेलिया में तय है। 19 अक्टूबर को पर्थ, 23 अक्टूबर को अडिलेड और 25 अक्टूबर को सिडनी में तीन ODI मैच तय हैं, जिनमें दोनों सितारे भाग लेंगे। इसके बाद 29 अक्टूबर से शुरू होने वाले पाँच T20I मैचों में भी उनका नाम रहेगा।
इसलिए, यदि श्रीलंका की प्रस्तावित श्रृंखला को आगे बढ़ाया भी जाता है, तो यह संभवतः एक अलग कैलेंडर में या अगली साल के प्रारंभिक महीनों में देखना पड़ेगा, जब भारतीय टीम की मौजूदा प्रतिबद्धताओं में जगह बन सके।
टिप्पणि
Dr Dharmendra Singh
अच्छा फैसला होगा अगर विरात और रोहित को आराम मिल जाए... वो तो हमारे लिए बहुत कीमती हैं। ❤️
sameer mulla
BCCI बस बहाने बना रहा है ताकि कोहली को बाहर रख सके और नए खिलाड़ियों को फीचर कर सके। ये सब झूठ है और तुम सब इसे झूठ मान रहे हो। अगर वो खेलना चाहते हैं तो उन्हें खेलने दो बस। इस तरह की नीतियां टीम को मार रही हैं।
Prakash Sachwani
श्रीलंका वालों को भी अपना काम करने दो और भारत को भी अपना
Pooja Raghu
ये सब बीसीसीआई की साजिश है ताकि विरात कोहली को टीम से बाहर कर सकें। अगर वो वापस आएंगे तो लोग उन्हें भूल जाएंगे और नए खिलाड़ी चलेंगे। ये तो सरकार जैसा है जो बूढ़े लोगों को निकाल देती है।
Pooja Yadav
मुझे लगता है कि आराम देना सही है खासकर जब एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया टूर इतना नजदीक है। विरात और रोहित तो हमारे लिए इतने बड़े हैं कि उनकी सेहत सबसे पहले आनी चाहिए। श्रीलंका के साथ श्रृंखला अगले साल भी ठीक हो जाएगी
Pooja Prabhakar
अरे ये सब बकवास है। अगर भारत ने बांग्लादेश का दौरा रद्द किया तो श्रीलंका के साथ खेलने का बहाना क्यों बना रहे हो? ये तो सिर्फ एक तरह का बाजारी नियोजन है जिसमें खिलाड़ियों की जगह बिजनेस आता है। विरात कोहली को तो टेस्ट में वापस लाना चाहिए न कि ओडीआई में छिपाना। और रोहित शर्मा का टी20आई से निकल जाना बिल्कुल गलत है। ये दोनों अभी भी टीम के दिल हैं। इनके बिना टीम बस एक रिक्त आंख है। और अगर ये श्रृंखला हो गई तो भी उनकी बॉलिंग बैटिंग और लीडरशिप का जिक्र किसी ने नहीं किया। क्या तुम्हें लगता है कि ये सब बिना उनके चलेगा? नहीं भाई। ये तो बस एक दिखावा है।
Anadi Gupta
बीसीसीआई के इस निर्णय को लेकर एक स्पष्ट और व्यवस्थित दृष्टिकोण आवश्यक है क्योंकि खिलाड़ियों की थकान एक वैज्ञानिक और चिकित्सीय मुद्दा है जिसे भावनात्मक या राजनीतिक आधार पर नहीं देखा जाना चाहिए। विरात कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों के लिए शारीरिक और मानसिक विश्राम केवल एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता है जिसके बिना उनकी लंबी अवधि की उपलब्धियां संभव नहीं हैं। श्रीलंका के प्रस्ताव को अगले वित्तीय वर्ष में स्थानांतरित करना ताकत और नियोजन का संकेत है न कि कमजोरी। यह दृष्टिकोण न केवल खिलाड़ियों के हित में है बल्कि भारतीय क्रिकेट के दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए भी है। एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच एक अंतराल बनाना एक अनुभवी टीम के लिए एक बुद्धिमान चरण है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार शीर्ष पर बना रहे।