अगर आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई या रिसर्च में रूचि रखते हैं, तो आईआईटी मद्रास आपका पहला विकल्प हो सकता है। यहाँ हम रोज़मर्रा की खबरें, प्रवेश के टिप्स और प्लेसमेंट अपडेट्स एक जगह लाते हैं। इससे आपको हर चीज़ जल्दी समझ आएगी और समय बचेगा।
सबसे पहले बात करते हैं प्रवेश की। JEE मैन एग्जाम सबसे बड़ी सीढ़ी है, लेकिन सिर्फ स्कोर ही नहीं, बोर्डिंग हाउस, कोचिंग और टाइम मैनेजमेंट भी मदद करता है। साल‑दर‑साल कटऑफ बदलता रहता है, इसलिए पिछले साल के डेटा को देखना फायदेमंद होता है।
अगर आप ग्रेजुएट या पोस्ट‑ग्रेजुएट प्रोग्राम में जाना चाहते हैं, तो GATE, JAM और IIT Madras की अपनी एंट्रेंस टेस्ट पर ध्यान दें। इन परीक्षा की तैयारी में रोज़ 2–3 घंटे का रिवीजन बहुत असरदार होता है। साथ ही, आधिकारिक वेबसाइट पर सिलेबस डाउनलोड कर लें; इससे आप बेकार के टॉपिक को छोड़ सकते हैं।
आईआईटी मद्रास हर साल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में ऊपर रहता है। 2025 में QS रैंकिंग के अनुसार यह भारत में टॉप‑3 इंजीनियरिंग कॉलेजों में शामिल हुआ था। इसका कारण यहाँ का मजबूत रिसर्च एकोसिस्टम और इंडस्ट्री कनेक्शन है।
रिसर्च की बात करें तो, AI, क्वांटम कंप्यूटिंग और बायो‑टेक्नोलॉजी में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। अगर आप इन क्षेत्रों में इंटर्नशिप चाहते हैं, तो प्रोफेसरों के पेज पर खुली पोज़िशन देख सकते हैं या सीधे ईमेल कर सकते हैं। अक्सर छात्रों को फंडेड प्रोजेक्ट मिलते हैं जो उनके रिज्यूमे को चमका देते हैं।
प्लेसमेंट की खबरें भी बहुत दिलचस्प होती हैं। 2025 में कुल 85% बैच ने प्लेसमेंट पैकेज ₹20 लाख से ऊपर हासिल किया था। टॉप कंपनियों जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और बायोटेक फर्म्स यहाँ के कैंपस ड्राइव में भाग लेती हैं। अगर आप अच्छे डोमेन में काम करना चाहते हैं तो तकनीकी स्किल्स के साथ सॉफ्ट‑स्किल ट्रेनिंग भी ज़रूरी है।
संक्षेप में, आईआईटि मद्रास एक ऐसा संस्थान है जहाँ प्रवेश से लेकर प्लेसमेंट तक हर कदम पर मदद मिलती है। हमारे पेज पर आप रोज़ नई खबरें, परीक्षा अपडेट्स और करियर टिप्स पा सकते हैं। बस नियमित रूप से विजिट करें और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें।
जेईई एडवांस्ड 2024 की परीक्षा आईआईटी मद्रास द्वारा 26 मई, 2024 को कंप्यूटर-बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) फॉर्मेट में आयोजित की गई थी। छात्रों ने पेपर-2 को पेपर-1 से अधिक चुनौतीपूर्ण पाया। पेपर-1 को मीडियम से कठिन और पेपर-2 को मॉडरेटली टफ माना गया। विस्तृत विश्लेषण में विशिष्ट अध्यायों का संतुलित वितरण दिखता है, जिसमें रसायन विज्ञान, भौतिकी और गणित शामिल हैं।