जब आपका शरीर किसी चीज़ को खतरे मानता है – जैसे धूल, पराग या खाने की वस्तु – तो इम्यून सिस्टम तुरंत प्रतिक्रिया देता है। यह ही एलर्जिक रिएक्शन कहलाता है. अक्सर हम इसे खुजली, छींक, सांस फूलना या त्वचा में दाने के रूप में महसूस करते हैं.
एलर्जी कई चीज़ों से हो सकती है। सबसे आम हैं:
यदि आप इन चीज़ों के संपर्क में आते हैं और तुरंत लक्षण दिखते हैं, तो यही एलर्जी का संकेत है.
एलर्जिक रिएक्शन जल्दी बढ़ सकता है, इसलिए शुरुआती कदम बहुत जरूरी हैं:
इन कदमों से अधिकांश हल्के एलर्जिक रिएक्शन को घर पर ही संभाला जा सकता है.
एलर्जी बार‑बार आती रहती है, तो रोकथाम जरूरी है:
इन आदतों को अपनाने से एलर्जिक रिएक्शन कम होगा और जीवन का क्वालिटी बढ़ेगा.
यदि आप महसूस करते हैं:
तो तुरंत आपातकालीन सेवा (112) को कॉल करें. एनोफाइलिक शॉक जैसी स्थिति जानलेवा हो सकती है.
एलर्जिक रिएक्शन डरावना लग सकता है, लेकिन सही जानकारी और त्वरित कदमों से इसे आसानी से संभाला जा सकता है. अपने शरीर के संकेत सुनें, ट्रिगर्स को पहचानेँ और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें. इस तरह आप रोज़मर्रा की जिंदगी में एलर्जी को पीछे छोड़ सकते हैं.
टेक उद्यमी ब्रायन जॉनसन अपनी अत्यधिक एंटी-एजिंग परियोजना 'प्रोजेक्ट ब्लूप्रिंट' के लिए प्रसिद्ध हैं। हाल ही में उन्होंने 'प्रोजेक्ट बेबी फेस' के तहत एक डोनर की वसा को चेहरे में इंजेक्ट किया, लेकिन यह प्रक्रिया गंभीर एलर्जिक रिएक्शन में बदल गई। कुछ समय के लिए उनकी दृष्टि प्रभावित हो गई। यह घटना दर्शाती है कि एंटी-एजिंग प्रयोग में जोखिम होता है, भले ही वित्तीय साधन उपलब्ध हों।