अगर आप या आपके कोई जानने वाले तलाक के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि ये एक बड़ा कदम है, लेकिन सही जानकारी से इसे आसान बनाया जा सकता है। भारत में तलाक की प्रक्रिया कई बार लंबी लगती है, पर अगर दस्तावेज़ और फ़ॉर्म सही भरें तो समय बचाया जा सकता है। इस लेख में हम बताएंगे कि कौन‑सी चीज़ें पहले करनी हैं, कोर्ट में क्या‑क्या पूछे जाते हैं और भावनात्मक रूप से खुद को कैसे संभालें।
सबसे पहले आप तय करें कि किस आधार पर तलाक लेना है – धर्मिक (हिंदू, मुसलमान) या सिविल (विच्छेद). हर केस में दो फॉर्म भरने होते हैं: दावा‑पत्र (Petition) और जवाब‑पत्र (Reply). इन फ़ॉर्म में पति‑पत्नी के नाम, शादी की तारीख, कारण, बच्चे आदि का विवरण देना होता है।
फ़ाइल करने से पहले अपने पास ये दस्तावेज़ रखें: शादी का प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र (बच्चों के), आय के स्रोत की जानकारी, संपत्ति और जमीन के कागज़ात। अगर आप आर्थिक मदद चाहते हैं तो कोर्ट में रखवाली (Maintenance) या भरण‑पोषण के लिए आवेदन भी कर सकते हैं। फॉर्म जमा करने के बाद कोर्ट एक तारीख तय करता है, जिस दिन दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाता है।
सुनवाई में जज अक्सर पहले काउंसलिंग का सुझाव देते हैं – यह समझाने की कोशिश होती है कि क्या दोबारा रिश्ते बन सकते हैं या नहीं. अगर काउंसलिंग काम नहीं करती, तो केस आगे बढ़ता है और अंत में कोर्ट निर्णय देता है। इस दौरान आप वकील की मदद ले सकते हैं; छोटे शहरों में मुफ्त कानूनी सहायता केंद्र भी उपलब्ध होते हैं.
तलाक सिर्फ कागज़ी काम नहीं, बल्कि दिल का झटका है। अपने परिवार या भरोसेमंद दोस्त से बात करना अक्सर मददगार रहता है। अगर बच्चों की बात हो तो उन्हें भी समझाना ज़रूरी है – उनके लिए स्थिर वातावरण बनाए रखना चाहिए.
आर्थिक रूप से खुद को सुदृढ़ बनाएं: नौकरी या पढ़ाई जारी रखें, खर्चों का बजट बनाएं और जरूरत पड़ने पर सरकारी सहायता योजनाओं के बारे में जानकारी लें। कई NGOs महिलाओं को वित्तीय सलाह देती हैं; उन्हें संपर्क कर सकते हैं.
बच्चों की कस्टडी तय करने वाले कोर्ट आमतौर पर माँ को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन पिता भी अधिकार रख सकता है अगर वह सक्षम हो. इस बात को ध्यान में रखें और बच्चे के लिए सबसे बेहतर निर्णय लेने की कोशिश करें।
अंत में याद रखें कि तलाक का मतलब जिंदगी खत्म होना नहीं, बल्कि एक नया अध्याय शुरू करना है। सही कानूनी कदम और सकारात्मक सोच से आप इस बदलाव को आसानी से संभाल सकते हैं.
हॉलीवुड स्टार जेनिफर लोपेज़ ने अपने पति बेन अफ्लेक से तलाक की अर्जी दाखिल की है। लॉस एंजेलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, दंपति ने अप्रैल 2024 में अलगाव किया था। यह दोनों सितारे 2002 में मिले थे और 2022 में फिर से शादी की थी।