जब हम विश्व नंबर 1, कोई एंटिटी या व्यक्ति जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊँचा स्थान रखता है. Also known as टॉप रैंक, it खेल, व्यापार या विज्ञान में शीर्ष प्रदर्शन का संकेत देता है. भारत और ठाणे की पढ़ने वाली जनता के लिये यह शब्द अक्सर क्रिकेट या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सुनाई देता है।
एक खिलाड़ी या टीम तभी क्रिकेट, खेल जिसमें बैट, बॉल और मैदान की बाधा शामिल है का विश्व नंबर 1 बनता है जब वह लगातार दो या अधिक बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल करता है। आईसीसी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद जो नियम और रैंकिंग तय करती है इस प्रक्रिया को आँकड़ों और पॉइंट सिस्टम से मापती है। यही कारण है कि "विश्व नंबर 1" और "रैंकिंग" आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़े हैं।
रैंकिंग को तय करने वाले प्रमुख पैरामीटर हैं – जीत‑पर‑हार अनुपात, विरोधी टीम की शक्ति और मैच की महत्ता। इसलिए जब कोई खिलाड़ी रैंकिंग, एक क्रमबद्ध सूची जो प्रदर्शन को मापती है में पहले स्थान पर आता है, तो उसे अक्सर मीडिया में "विश्व नंबर 1" कहा जाता है। यह शीर्षक न केवल व्यक्तिगत गौरव का प्रतीक है, बल्कि देश की टीम के लिए भी बड़ी प्रेरणा बनता है।
उदाहरण के तौर पर, हाल ही में हेडर नाइट की unbeaten 79 रनों की पेसिंग ने इंग्लैंड महिला टीम को ICC महिला विश्व कप में लगातार जीत दिलाई, जिससे टीम का विश्व नंबर 1 की स्थिति मजबूत हुई। इसी तरह, दीप्ति शर्मा का ICC महिला T20I बॉलिंग रैंकिंग में दूसरा स्थान केवल 8 अंक दूर है – यह दर्शाता है कि वे भी जल्द ही शीर्ष पर पहुँच सकती हैं।
इन सबका एक सामान्य सिद्धांत है: "विश्व नंबर 1" बनना कठिन है, लेकिन लगातार बेहतर प्रदर्शन, फिटनेस और रणनीतिक योजना से हासिल किया जा सकता है। चाहे वह क्रिकेट हो, आर्चरी (जैसे शीटल देवी का स्वर्ण पदक) या सोलर एनर्जी सेक्टर (जैसे Vikram Solar का IPO सफलता) – शीर्ष पर पहुँचना वही नियम का पालन करता है: उत्कृष्टता, निरंतरता और सही मंच पर चमक।
अब आप जानते हैं कि "विश्व नंबर 1" सिर्फ एक शीर्षक नहीं, बल्कि कई पहलुओं का संगम है – खेल की तकनीक, संस्थाओं की रैंकिंग पद्धति और व्यक्तिगत अथवा टीम की मेहनत। नीचे आपको इस टैग से जुड़े कई लेख मिलेंगे, जो विभिन्न खेलों, रैंकिंग सिस्टम और हालिया जीतों पर गहराई से चर्चा करते हैं। इन लेखों को पढ़कर आप समझ पाएँगे कि कैसे खिलाड़ी और कंपनियाँ इस "विश्व नंबर 1" मुकाम को हासिल करती हैं और किस चीज़ पर ध्यान देना चाहिए।
22 साल के स्पेनिश सितारे Alcaraz ने US Open 2025 पुरुष फाइनल में जाँचिक Sinner को 6-2, 3-6, 6-1, 6-4 से हराया, दूसरा US Open खिताब और कुल छह ग्रैंड स्लैम मिला। इस जीत से वह फिर से विश्व #1 रैंक पर लौटे, जबकि Sinner की 65‑सप्ताह की शीर्षस्थता खत्म हुई। दोनों प्रतिद्वंद्वी अब 10‑5 के अनुपात से आगे‑पीछे होते दिखे, परस्पर सम्मान और दोस्ती के साथ।