दिल्ली ट्रैफिक में दौड़ते हुए पीएम मोदी के घर पहुंचे बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू

दिल्ली ट्रैफिक में दौड़ते हुए पीएम मोदी के घर पहुंचे बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू
द्वारा नेहा शर्मा पर 9.06.2024

दिल्ली ट्रैफिक की बाधाओं को पार करते हुए रवनीत सिंह बिट्टू

बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू की हालिया गतिविधियां सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दिल्ली के भारी ट्रैफिक में फंसे होने के बावजूद, बिट्टू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास में एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए समय पर पहुंचने के लिए दौड़ने का निश्चय किया।

यह बैठक लगभग 60 नेताओं ने भाग लिया जो एनडीए गठबंधन के विभिन्न दलों से थे। बैठक का उद्देश्य शपथ ग्रहण समारोह से पहले वर्गीकृत मुद्दों पर चर्चा करना था।

पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में बनी बात

पीएम नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल शुरुआत हो चुकी है और नए मंत्रियों की कैबिनेट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। रवनीत सिंह बिट्टू, जिन्होंने लुधियाना सीट पर 2024 लोकसभा चुनाव में हार का सामना किया था, भी इस कैबिनेट का हिस्सा बनने जा रहे हैं। बिट्टू, जो पहले मोदी 2.0 के दौरान लुधियाना सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, अपने बढ़ते राजनीतिक करियर के लिए चर्चा में हैं।

रवनीत सिंह बिट्टू का संबंध पूर्व पंजाब मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के परिवार से है, जो अपने आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए जाने जाते थे। बिट्टू ने बताया कि जब उन्होंने देखा कि ट्रैफिक में फंसे रहना उनकी बैठक में देर कर देगा, तो उन्होंने दौड़ते हुए पहुंचना ही बेहतर समझा।

एनडीए गठबंधन की मजबूती

एनडीए गठबंधन की मजबूती

भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए सहयोगियों जेडीयू और टीडीपी के समर्थन से सरकार बनाने के लिए आवश्यक सीटें हासिल कर ली हैं। कांउसिल ऑफ मिनिस्टर और पीएम नियुक्त नरेंद्र मोदी आज शाम को राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे।

इस मौकों पर उपस्थित होने वालों में कई प्रमुख नेता और नोमिनेट्स शामिल होंगे जो नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने जा रहे हैं।

भारतीय राजनीति के इस ताजा घटनाक्रम ने दिखाया है कि नेताओं को किस तरह की अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ता है और कैसे वे अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखते हुए इन समस्याओं से निपटते हैं। रवनीत सिंह बिट्टू का यह कदम निश्चित रूप से एक उदाहरण बन चुका है कि समय की पाबंदी के लिए किसी भी प्रकार का त्याग करना आवश्यक हो सकता है।

अब देखना ये है कि नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में बिट्टू और बाकी नए मंत्री भारतीय राजनीति में क्या-क्या बदलाव और सुधार लाने में सफल होते हैं।

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