बच्चों की सुरक्षा - ताज़ा समाचार और उपयोगी टिप्स

हर माँ‑बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा सुरक्षित रहे, चाहे वह घर में हो या स्कूल में. हालिया घटनाओं ने हमें याद दिलाया है कि बच्‍चे कई तरह के जोखिमों का सामना कर सकते हैं। इस पेज पर हम सबसे जरूरी खबरें और आसान उपाय एक जगह लाए हैं ताकि आप जल्दी‑से‑जल्दी लागू कर सकें.

स्कूल में सुरक्षा: क्या बदल रहा है?

27 अगस्त 2025 को कई राज्य में गणेश चतुर्थी के कारण स्कूल बंद रहे. महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, मध्य प्रदेश, गोवा और कर्नाटक ने पहले ही छुट्टी की घोषणा कर दी थी. जबकि कुछ अन्य राज्य अभी भी सामान्य चलन पर हैं, लेकिन प्रशासनिक आदेश आने तक कई स्कूलों में अस्थायी रूप से पढ़ाई नहीं होगी.

इस स्थिति का मतलब है कि माता‑पिता को अपने बच्चों के घर या किसी भरोसेमंद देखभाल केंद्र में रखरखाव की व्यवस्था करनी पड़ेगी. अगर आप ग़ैर‑सत्री दिनों में भी बच्चे को बाहर भेजते हैं, तो इन बातों का ख़याल रखें:

  • बच्चे को पहचान पत्र और संपर्क नंबर दें.
  • स्कूल या कैम्प के नियम पढ़ें और उनका पालन करवाएँ.
  • सुरक्षित राह चुनें – जहाँ ट्रैफ़िक कम हो और रोशनी पर्याप्त हो.

ये छोटे‑छोटे कदम अचानक बदलते स्कूल कैलेंडर में भी बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं.

घर और ऑनलाइन सुरक्षा: दोहरा खतरा

आजकल बच्चा घर पर ही ज्यादा समय बिताता है, खासकर पढ़ाई या खेल के लिये मोबाइल/टैबलेट का इस्तेमाल करके. इस वजह से डिजिटल जोखिम भी बढ़ रहे हैं. यहाँ कुछ आसान उपाय हैं:

  • पैरेंटल कंट्रोल सेट करें: ऐप्स और ब्राउज़र में उम्र‑सुरक्षित फ़िल्टर लगाएँ.
  • समय सीमा बनाएं: स्क्रीन टाइम को एक घंटे के भीतर रखें, ताकि आँखों की थकान न हो.
  • ऑनलाइन दोस्ती पर सतर्क रहें: अगर बच्चा किसी नए व्यक्ति से बात कर रहा है तो उसकी बातचीत देखें और तुरंत हस्तक्षेप करें जब कुछ अजीब लगे.

घर में सुरक्षा के लिए भी कई छोटे‑छोटे कदम काम आते हैं. दरवाज़ों की ताले ठीक रखें, बाहर जाने पर बच्चों को हमेशा साथ ले जाएँ या भरोसेमंद पड़ोसी को सूचित रखें. अगर कोई अनजान व्यक्ति आपके घर का रास्ता देखता है तो तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करें.

इन सब उपायों के अलावा सबसे ज़रूरी बात है संवाद। बच्चा जो कुछ भी देखे या सुने, उसके बारे में खुले‑दिल से पूछें और बिना डांटे समझाएँ कि क्या सही है और क्या नहीं. जब बच्चे को भरोसा होगा तो वह खुद ही ख़तरनाक स्थिति से बच सकेगा.

हमारी वेबसाइट पर रोज़ नई खबरें आती रहती हैं – चाहे स्कूल बंदी, सड़क दुर्घटना या ऑनलाइन घोटालों की जानकारी हो. इन अपडेट्स को फॉलो करके आप हमेशा एक कदम आगे रह सकते हैं। याद रखें, सुरक्षा सिर्फ एक उपाय नहीं बल्कि लगातार चलने वाला प्रक्रिया है.

अगर आपके पास कोई सवाल है या किसी ख़ास मुद्दे पर मदद चाहिए, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें। हम यथाशीघ्र जवाब देंगे और आपका बच्चा सुरक्षित रखने में मदद करेंगे.

विश्व तंबाकू निषेध दिवस: बच्चों को तंबाकू उद्योग के प्रभाव से बचाने के प्रयास

द्वारा swapna hole पर 31.05.2024 टिप्पणि (0)

विश्व तंबाकू निषेध दिवस (31 मई) पर, बच्चों को तंबाकू उद्योग के हानिकारक प्रभाव से बचाने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। भारत में तंबाकू उपयोग एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें लगभग 28.6% वयस्क और 13-15 आयु वर्ग के 14.6% बच्चे तंबाकू का उपयोग करते हैं। विशेषज्ञ प्रारंभिक वार्तालाप, तंबाकू-मुक्त रोल मॉडल बनने, और कड़ी नीति की सिफारिश करते हैं।