अगर आप इस साल CUET लिखे हैं तो सबसे पहला सवाल होता है – मेरा स्कोर कितना अच्छा है? कई बार नंबर देखकर घबराते हैं, लेकिन असली बात यह है कि स्कोर के साथ रैंक, कटऑफ और आपके लक्ष्य वाले कॉलेज की पसंद भी देखनी चाहिए। यहाँ हम आसान भाषा में बताएंगे कैसे आप अपने CUET अंक को समझ सकते हैं और आगे का प्लान बना सकते हैं।
CUET में हर सेक्शन (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित/जीवविज्ञान) के अलग‑अलग मार्क होते हैं। कुल स्कोर 360 तक हो सकता है, लेकिन अधिकांश कॉलेज सिर्फ 200‑250 अंक वाले छात्रों को चुनते हैं। सबसे पहले देखें आपका कुल अंक और फिर प्रत्येक सेक्शन का प्रतिशत। अगर आप विज्ञान स्ट्रिम में हैं तो गणित/जीवविज्ञान के अंक ज्यादा महत्व रखते हैं; कम्युनिकेशन या मानविकी स्ट्रीम में भाषा और सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें।
रैंक जानना भी जरूरी है क्योंकि दो छात्रों के स्कोर एक‑दूसरे से 2‑3 अंकों का अंतर हो सकता है, लेकिन रैंक में बड़ी दूरी बन सकती है। NTA की वेबसाइट या आधिकारिक पोर्टल पर अपना रोल नंबर डाल कर रैंक देख सकते हैं। यदि आपका रैंक आपके लक्ष्य वाले कॉलेज की कटऑफ सीमा के भीतर है तो आगे बढ़ें, नहीं तो वैकल्पिक विकल्पों को देखें।
स्कोर मिलने के बाद सबसे बड़ा काम है – सही कॉलेज और डिग्री चुनना। पहले अपने पसंदीदा 5‑7 कॉलेजों की कटऑफ रैंक लिस्ट बनाएँ। फिर देखिए कि आपके स्कोर में किस प्रोफ़ाइल (भौतिक, रसायन या गणित) को ज्यादा वेटेज मिला है; इसका मतलब वही स्ट्रीम आपको बेहतर मौका देगा।
अगर आपका स्कोर लक्ष्य सीमा से थोड़ा नीचे है तो दो चीज़ें कर सकते हैं:
एक और महत्वपूर्ण बात – परीक्षा के बाद की तैयारी को नहीं छोड़ें। अगर आप अगले साल फिर से अप्लाई करना चाहते हैं तो अपने कमजोर हिस्सों पर फोकस करें। ऑनलाइन मॉड्यूल, मॉक टेस्ट और टॉप रैंकर्स की नोट्स मददगार साबित होते हैं।
अंत में याद रखें कि CUET सिर्फ एक कदम है, पूरी पढ़ाई का सफर नहीं। सही कॉलेज, अच्छे प्रोफेसर और मेहनत से ही आप अपनी पसंदीदा करियर दिशा तय करेंगे। अगर अभी भी संकोच है तो अपने स्कूल/कॉलेज के काउंसलर या किसी भरोसेमंद ट्यूशन सेंटर्स से बात करें; वे आपके स्कोर को समझने में मदद करेंगे।
तो, अब जब आप अपना CUET स्कोर देख रहे हैं, ऊपर बताए गए पॉइंट्स को चेक करिए और जल्द ही एक स्पष्ट योजना बनाइए। आपकी मेहनत का फल मिलने के लिए बस थोड़ा दिशा‑निर्देश चाहिए – यही आपका अगला कदम है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 2025 के लिए CSAS UG पोर्टल लॉन्च किया है, जिसमें एडमिशन अब सिर्फ CUET स्कोर के आधार पर होगा। पूरी प्रक्रिया तीन फेज़ में बंटी है, जिनमें रजिस्ट्रेशन, कॉलेज-कोर्स प्रेफरेंस और सीट अलॉटमेंट शामिल हैं। डेडलाइन्स के बीच छात्रों की एक गलती भी एडमिशन से वंचित कर सकती है।