आपने कभी सोचा है कि दवा खरीदते समय क्या-क्या बातों का ध्यान रखना चाहिए? आजकल दवाएँ ऑनलाइन भी मिलती हैं और ऑफलाइन फॉर्मेसी भी। लेकिन हर जगह भरोसेमंद नहीं होता, इसलिए कुछ बेसिक नियम याद रखिए, वरना झंझट में पड़ सकते हैं।
पहला कदम: वेबसाइट या ऐप की लाइसेंस चेक करें। भारत में फूड सिक्योरिटी एंड स्टैंडर्ड्स ऑथॉरिटी (FSSAI) या ड्रेस (ड्रग रेगुलेशन एंज़) की रजिस्टर्ड लिस्ट देखनी चाहिए। दूसरा, डिलीवरी का समय और पैकेजिंग भी देखिए – अगर दवा ठंडी रखनी है तो कूलर या एअरटाइट पैकेट जरूरी है। तीसरा, कीमत की तुलना कई साइट्स पर करें; अक्सर वही दवा 20‑30% तक सस्ती मिलती है, लेकिन बहुत सस्ती दवा में नॉकआउट या नकली पदार्थ हो सकते हैं।
गली के छोटे स्टॉल में कभी‑कभी सस्ती दवा मिलती है, पर भरोसे का सवाल रहता है। हमेशा ऐसी दवाखाना चुनें जो ऑफ़िसियल लायसेंस दिखाए, और कर्मचारियों को डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पूछे। दवा के पैकेज पर_expiry date_ देखना भूलिए मत – अगर तारीख बहुत करीबी है तो वही नहीं लेनी चाहिए। अगर दवा की कीमत बाज़ार से बहुत ज़्यादा है, तो स्टीरन कर सकते हैं – अल्प मात्रा में खरीदें और फिर कीमत की तुलना करके ही सारा स्टॉक ले।
एक और आसान ट्रिक है – दवा का generic name (सामान्य नाम) याद रखें। ब्रांड नाम के पीछे अक्सर कई कंपनियाँ अपनी दवाएँ बेचती हैं, और generic version अक्सर सस्ता और क्वालिटी में समान होता है। उदाहरण के लिए, पैरासिटामोल (acetaminophen) का कई ब्रांड मिलते हैं, पर generic version कम कीमत पर मिल सकता है।
सुरक्षा के लिए हमेशा डॉक्टर की लिखी प्रिस्क्रिप्शन का पालन करें। अगर आपको बहुत सारी दवाएँ एक साथ लेनी हैं, तो pharmacist से पूछें कि क्या दवा‑इंटरैक्शन का खतरा है। कुछ दवाएँ एक‑दूसरे के साथ नहीं लेनी चाहिए, नहीं तो साइड‑इफ़ेक्ट्स ज्यादा हो सकते हैं।
अगर आप बार‑बार दवा खरीदते हैं, तो एक भरोसेमंद मोबाइल ऐप या वेबसाइट पर “मेरी दवा लिस्ट” बनाइए। इससे हर बार प्रिस्क्रिप्शन पढ़ने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी, और दवा का रेफ़रल भी आसान रहेगा। कुछ ऐप्स में रिमाइंडर फ़ीचर भी होता है, जिससे आप लेट‑टाइम पर दवा नहीं भूलते।
अंत में, याद रखें कि दवा खरीदना सिर्फ सोयी नहीं, बल्कि आपके स्वास्थ्य का एक बड़ा हिस्सा है। सही स्रोत, सही कीमत और सही जानकारी के साथ दवा खरीदें, ताकि दवा आपको ठीक करे, रोग नहीं। अगर किसी दवा में संदेह हो, तो तुरंत डॉक्टर या विश्वसनीय फ़ार्मासिस्ट से बात करें। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें!
जम्मू-कश्मीर के ड्रग रेगुलेटर ने दवाओं की गलत बिक्री को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करते हुए 8 फार्मेसी के लाइसेंस रद्द किए और 75 खुदरा दुकानों को सस्पेंड कर दिया। इस ऑपरेशन का मकसद नशीली दवाओं की अनियमित बिक्री पर लगाम लगाना और कानून का पालन सुनिश्चित करना है।