भारत में गर्मियों के बाद आने वाली पहली बारिश को अक्सर प्री‑मानसून कहा जाता है। यह मौसम अप्रैल से जून तक दो‑तीन हफ्तों तक रहता है और तेज़ हवा, धूप के साथ हल्की-भारी बूंदें लाता है। अगर आप इस समय यात्रा की योजना बना रहे हैं या खेती-बाड़ी कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बरिश के साथ तापमान अचानक गिर जाता है, इसलिए हल्के जैकेट या स्वेटर ले चलें। सड़कें अक्सर फिसलन भरी हो जाती हैं; खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गड्ढे और पानी जमा होना आम बात है। अगर आप ड्राइव कर रहे हैं तो धीमी गति रखें और टायर की स्थिति चेक करें।
शहरी इलाके में भी ट्रैफिक जाम बढ़ सकता है, इसलिए सार्वजनिक परिवहन के समय‑सारिणी को पहले से देख लें या राइड‑शेयरिंग ऐप्स पर अलर्ट सेट कर रखें। स्कूल और कॉलेज अक्सर देर से शुरू होते हैं; अभिभावकों को इस बारे में सूचित करना अच्छा रहेगा।
प्री‑मानसून का मौसम फसल की शुरुआती बुवाई के लिये महत्वपूर्ण है। धान, मक्का और गन्ने जैसे फ़सलें इस समय में बेहतर उगती हैं। किसान अपने खेतों को पहले से तैयार रखें—भूजल स्तर जांचें, नहरें साफ़ करें और उचित बीज चयन करें।
बाजारियों के लिये भी यह समय सुनहरा है क्योंकि ताज़ी सब्जियाँ और फल जल्दी उपलब्ध होते हैं। लेकिन बारिश की वजह से ट्रक‑डिलीवरी में देरी हो सकती है; इसलिए स्टॉक को पहले से योजना बनाकर रखें और स्थानीय सप्लायरों से संपर्क बनाएँ।
सुरक्षा के लिहाज से, घर में जल निकासी का प्रबंध ठीक रखें ताकि बाढ़ न आए। बिजली की लाइनों पर ध्यान दें—बारिश में अक्सर शॉर्ट सर्किट हो जाता है; आवश्यकतानुसार रिचार्जेबल बैटरियों और टॉर्च़ को तैयार रखिए।
अगर आप बाहरी कार्यक्रम या पिकनिक का इरादा रखते हैं तो मौसम ऐप से लगातार अपडेट लेते रहें। हल्की बारिश में भी म्यूज़िक फेस्टिवल, खेल प्रतियोगिता या स्थानीय मेले सफल हो सकते हैं—बस मंच की सुरक्षा और पानी जमा न होने देने के उपाय कर लें।
प्री‑मानसून बरिश का आनंद लेनी है तो सही कपड़े चुनें: जलरोधी जूते, छाता या रेनकोट रखें। छोटे बच्चों को बारिश में खेलने दें, लेकिन आँखों या कान में पानी न जाने दें; एक छोटा टॉवल handy रखना फायदेमंद रहेगा।
समाप्ति में यह कहना चाहूँगा कि प्री‑मानसून बरिश केवल असुविधा नहीं बल्कि प्रकृति का उपहार है। अगर आप तैयार रहें, तो इस मौसम को अपने रोज़मर्रा के काम और ख़ुशी की योजना में आसानी से शामिल कर सकते हैं।
राजस्थान के छह जिलों में प्री-मानसून बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है। पिलानी, चूरू और जयपुर समेत कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई। गुजरात से आया कम दबाव का क्षेत्र राज्य में मानसून की दस्तक की आहट दे रहा है। आने वाले दिनों में बारिश के चलते मौसम और बदल सकता है।