जब बात उप‑कप्तान, क्रिकेट में वह खिलाड़ी जो कप्तान की मदद करता है, फील्डिंग में रणनीति बनाता है और खेल की दिशा में समर्थन देता है. अक्सर इसे विकेट‑कीपर कहा जाता है, तो यह भूमिका खासकर बड़े मैचों में महत्वपूर्ण होती है. साथ ही क्रिकेट कप्तान, टीम का मुख्य नेता जो बल्लेबाज़ी‑बॉलिंग संतुलन तय करता है और टीम लीडरशिप, समूह में सहयोग और निर्णय‑लेने की प्रक्रिया आपस में गहरा संबंध रखते हैं. एक सफल उप‑कप्तान को मैदान का पढ़ना, विकेट‑कीपरिंग कौशल और कप्तान के साथ त्वरित संवाद की जरूरत होती है.
उप‑कप्तान मैच रणनीति को आकार देता है, जैसे कि फील्डिंग प्लेसमेंट या बॉलर बदलने का समय तय करना. वह कप्तान को वैकल्पिक विकल्प सुझाता है, जिससे टीम की लचक बढ़ती है. कई हालिया मैचों में शुबमन गिल की टीम में उप‑कप्तान ने फील्डिंग के बदलावों से पाँच महत्वपूर्ण विकेट बनाए, जिससे खेल का परिणाम बदल गया. इसी तरह, नशरा सान्धू और हेडर नाइट के प्रदर्शन में उनके समर्थन ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई.
नीचे आप देखेंगे कि विभिन्न खेलों और हाल के समाचारों में उप‑कप्तान कैसे टीम की सफलता के केंद्र में रहता है, चाहे वह क्रिकेट, फुटबॉल या किसी भी समूह खेल में हो. इन लेखों से आप अपनी टीम में उप‑कप्तान की सही भूमिका समझ पाएँगे और अगले मैच में इसका लाभ उठाने के टिप्स भी जानेंगे.
14 साल के वैभव सूर्यवंशी को बिहार रंजि ट्रॉफी के उप‑कप्तान बनाया गया; युवा जोशीले खिलाड़ी का नया किरदार और टीम की रणनीति पर असर।