हर साल 22 अप्रैल को हम World Earth Day मनाते हैं। यह दिन धरती माँ को सम्मान देने और पर्यावरण बचाने के बारे में जागरूकता फैलाने का मौका देता है। आप भी सोचते होंगे कि सिर्फ एक दिन से क्या फर्क पड़ता है? असल में, इस दिन कई बड़े‑बड़े इवेंट होते हैं जो साल भर चलने वाले बदलावों की शुरुआत बनाते हैं।
जैसे हम अपनी सेहत के लिये डॉक्टर को देखते हैं, वैसे ही धरती की भी देखभाल चाहिए। पृथ्वी पर हर दिन हवा‑पानी‑मिट्टी का संतुलन बिगड़ रहा है। World Earth Day हमें यह याद दिलाता है कि छोटे‑छोटे कदम जैसे प्लास्टिक कम करना, पेड़ लगाना या कार्बन फुटप्रिंट घटाना हमारे भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं। इस दिन सरकारें, NGOs और स्कूल अक्सर पौधारोपण प्रतियोगिताएँ, सफ़ाई अभियान और जलवायु पर चर्चा वाले सेमिनार आयोजित करते हैं।
2025 में भारत ने कई नई पहलें शुरू कीं। सबसे बड़ी खबर है कि अयोध्या राम मंदिर में हुई ‘प्राण‑प्रतिष्ठा’ के बाद, वहाँ एक विशेष वृक्षारोपण समारोह हुआ जहाँ 10 हज़ार पौधे लगाए गए। इस कार्यक्रम को स्थानीय स्कूलों और स्वयंसेवकों ने मिलकर आयोजित किया।
राष्ट्र स्तर पर, फेडरल रिज़र्व की नई मौद्रिक नीति में पर्यावरणीय प्रोजेक्ट्स के लिए सस्ता वित्तपोषण दिया गया, जिससे हरित ऊर्जा वाले स्टार्ट‑अप को मदद मिलेगी। साथ ही, राजस्थान में प्री‑मॉनसून के दौरान भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ा, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने जल संरक्षण तालाबों की सफ़ाई कर जोखिम कम किया। यह दिखाता है कि सही योजना और सामुदायिक भागीदारी कैसे बड़ी समस्या को हल कर सकती है।
आप अपने रोजमर्रा के जीवन में क्या कर सकते हैं? सबसे पहले प्लास्टिक बैग छोड़ें, फिर पुन: उपयोग करने वाले थैले अपनाएँ। दोपहर की धूप में कपड़े सुखाने से बिजली बचती है और कार्बन उत्सर्जन घटता है। अगर आप कोई बड़ा इवेंट करना चाहते हैं तो अपने मोहल्ले में एक छोटा सफ़ाई ड्राइव या पेड़ लगाओ‑अभियान शुरू कर सकते हैं—इसमें सिर्फ कुछ दोस्त ही काफी होते हैं।
World Earth Day की ख़बरों को पढ़ते रहिए, क्योंकि यह आपके लिए नयी प्रेरणा लाता रहता है। चाहे आप छात्र हों, नौकरी पेशा या गृहिणी, हर कोई अपने छोटे‑छोटे कदम से धरती पर बड़ा असर डाल सकता है। इस साल भी इस टैग के तहत नई खबरें और टिप्स आते रहें—हमारी साइट ‘शौर्य समाचार’ पर अपडेटेड जानकारी हमेशा मिलेगी।
World Earth Day 2023 के खास मौके पर लोगों को पृथ्वी बचाने का संदेश दिया गया। हिंदी में प्रेरणादायक कोट्स और स्लोगन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी पर जोर दिया गया। समाज को पेड़ लगाना, प्रदूषण रोकना और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलने की सीख दी गई। सोशल मीडिया पर ये संदेश तेजी से वायरल हुए।